अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कौशिक ने चप्पल-जूते न पहनने का मीडिया के समक्ष लिया संकल्प

 

मथुरा। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने रविवार को संकल्प लेते हुए चप्पल-जूते त्याग दिए और कहा जब तक विवादित स्थान से शाही ईदगाह मस्जिद हट नहीं जाती तब तक पैरों में चप्पल-जूते नहीं पहनूंगा, उन्होंने इस संबंध में न्यायालय में प्रार्थना पत्र भी दाखिल किया है।

 

अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा द्वारा न्यायालय में दाखिल प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़कर अवैध मस्जिदों का निर्माण कराया था, जिसमें से प्रमुख श्रीकृष्ण जन्मभूमि भी है। न्यायालय में दाखिल प्रार्थनापत्र में मांग की गई है कि विवादित स्थान शाही ईदगाह मस्जिद परिसर का सर्वे और कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया जाए। कुछ लोग परिसर से प्राचीन साक्ष्यों को मिटाने का प्रयास कर रहे हैं जबकि इस संबंध में पांच अगस्त को सुनवाई होनी है।

हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और कृष्ण जन्मभूमि केस के मुख्य वादी दिनेश शर्मा ने बताया कि जब तक मथुरा कृष्ण जन्म भूमि मंदिर से औरंगजेब का अतिक्रमण ईदगाह नहीं हट जाती तब तक वो अपने पैरों में जूता चप्पल नहीं पहनेंगे। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने मीडिया के सामने यह संकल्प लिया है, उन्होंने कहा यह बहुत बड़ी विडंबना है कि अपनी जमीन को अपने ही देश में वापस लेने के लिए न्यायालय की शरण लेनी पड़ रही है, सभी को पता है की औरंगजेब ने भगवान कृष्ण का मंदिर तोड़ा और शाही ईदगाह का निर्माण कराया. पहले भी दिनेश शर्मा न्यायालय में लड्डू गोपाल जी के अभिषेक के लिए प्रार्थना पत्र दे चुके हैं और उस शाही ईदगाह परिसर को जहां कान्हा का जन्म हुआ उस स्थान को गंगा और यमुना जल से धोकर शुद्ध करना चाहते हैं, श्री शर्मा ने माइक द्वारा अजान होने पर भी प्रतिबंध लगाने के लिए न्यायालय में दिया है।

 

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button 

विज्ञापन बॉक्स
विज्ञापन बॉक्स

Related Articles

Close
[avatar]