केरल के राज्यपाल ने ठाकुर बांकेबिहारी के किए दर्शन, पूजी देहरी

वृंदावन पहुंचे केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मैं मंदिरों में दर्शन के लिए जाता रहता हूं। वृंदावन आकर बहुत अच्छा लगा है।

पीएफआई के वायरल डॉक्यूमेंट 2047 में इस्लामिक कंट्री बनाने के सवाल पर बोले…आजाद देश में कोई भी बकवास करने पर पाबंदी नहीं, इग्नोर करना चाहिए

मथुरा। कानपुर की प्रभा सभा के भक्त मंडल द्वारा ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बनवाए गए फूल बंगले में शामिल होने के लिए बुधवार केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे पहुंची यहां राज्यपाल भारतीय परम्परागत भेष धोती कुर्ता में नजर आये। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि मैं मंदिरों में दर्शन के लिए जाता रहता हूं। उन्होंने बताया कि उनके मित्र की ओर से ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में फूल बंगला सजाया गया है। इसी कार्यक्रम में आया हूं। यहां आकर बहुत अच्छा लगा है। धर्म की दीवार खड़े करने वालों को कोई संदेश जुबानी नहीं दिया जा सकता आचरण से दिया जाता है। मेरा आचरण है मेरा संदेश है।

कानपुर की प्रभा सभा के भक्त मंडल द्वारा बनवाए गए फूल बंगले में शामिल होने के लिए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के अलावा कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे भी पहुंची। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे के अलावा कानपुर के भक्तों ने पहले ठाकुर बांकेबिहारी महाराज का देहरी पूजन किया। केरल के राज्यपाल अपने मित्र के आमंत्रण पर वृंदावन पहुंचे। वह यहां करीब आधे घंटे तक रहे। इस दौरान उन्होंने ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन किए। मंदिर में सजाए गए फूल बंगला को निहारा। उन्होंने कहा कि कानपुर के रहने वाले मित्र ने भक्ति भाव से मंदिर में फूल बंगला सजाया है। उन्होंने आमंत्रण दिया और मुझे ठाकुरजी के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। केरल के राज्यपाल ने पीएफआई के वायरल डॉक्यूमेंट के सवाल पर कहा कि इसमें क्या नई बात है, किसी को बुखार जब तेज होता है तो वह बकवास करता है। किसी को बकवास करने में कोई पाबंदी नहीं है। आजाद देश है। इन लोगों को जितना ज्यादा अहमियत देंगे, उतना उनकी मदद होगी। ऐसे लोगों को इग्नोर करना चाहिए। उनके कहने से क्या होता है ? एक सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिम समाज के लिए कोई अलग तरह का माहौल नहीं है, देश में सब ठीक है। 1947 में इस देश का बंटवारा हुआ है। अलगवादी सोच के बहुत से लोग हैं, जो बंटवारा होने के बावजूद भी अपनी सोच को समाप्त नहीं कर सके। यहां सभी प्यार मोहब्बत से रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो पिछले सप्ताह तिरुपति में था। केरल के मंदिर से लेकर कानपुर के मंदिरों में भी जाता रहा हूं। उन्होंने कहा कि कानपुर मेरा चुनाव क्षेत्र भी रहा है। यहां (वृंदावन) हमारे मित्र द्वारा फूल बंगले के दर्शन करने आए हैं। यहं बहुत लोग आते हैं, रसखान भी यहां के भक्त रहे हैं। मेरा आचरण ही मेरा संदेश है।

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