
जन्माष्टमी पर बड़ा हादसा: बिहारी जी मंदिर में दम घुटने से डेढ़ दर्जन लोगों की हालत हुई गंभीर, दो श्रद्धालुओं की मौत
वृंदावन । विश्व प्रसिद्ध बिहारी जी मंदिर में जन्माष्टमी की रात्रि मंगला आरती के दौरान दम घुटने से करीब एक दर्जन श्रद्धालुओं की हालत बिगड़ गई जिनमें से एक महिला पुरुष की मृत्यु होने की खबर प्रकाश में आई है। इस दुखद घटना से जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा जन्माष्टमी पर की गई मेहनत पर पानी फिर गया है। जिसने यह खबर सुनी वह अवाक् रह गया लोगों के मन में आज धूमधाम से नंद उत्सव मनाने की चल रही थी लेकिन बिहारी जी मंदिर में हुई इस घटना से सभी के दिल दहल गए हैं। बताते है मंदिर प्रांगण में गेट नंबर 4 पर गिरे एक व्यक्ति के ऊपर से काफी संख्या में लोग भगदड़ मचने पर निकल गए।
सूत्रों का कहना है कि मंगला आरती के दौरान भारी भीड़ के चलते उमस की वजह से करीब डेढ़ दर्जन लोगो की तबीयत बिगड़ गई जिनको पुलिस ने जैसे तैसे करके अस्पतालों में भर्ती कराया। कुछ को उपचार के दौरान छुट्टी दे दी गई वहीं करीब 6-7 लोग अभी अस्पताल में गंभीर स्थिति में है। मृतकों में महिला नोएडा की रहने वाली है तो वहीं पुरुष जबलपुर मध्य प्रदेश के मूल निवासी हैं। बताया जाता है हर श्रद्धालु की इच्छा थी कि वह आरती के समय बिहारी जी के सामने मौजूद रहे, इस बीच एक गेट पर बहुत ही मोटे से वृद्ध व्यक्ति जमीन पर घबराहट के कारण बैठ गए और बेहोश हो गए जिनकी हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हो गई । पुलिसकर्मी काफी प्रयास रहते कि वह खड़े हुए लोगों को बाहर निकाला जाए। मालूम पड़ा कब तक कई लोग और घुटन के कारण गिरने लगे।
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में वर्ष में एक बार होने वाली मंगला आरती के समय बड़ी घटना हो हो गई। मंदिर में श्रद्धालुओं की क्षमता से कई गुना ज्यादा संख्या होने के कारण दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इनमे नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी व वृन्दावन के रुक्मिणी विहार कॉलोनी निवासी 65 वर्षीय राम प्रसाद विश्वकर्मा की मौत हो गई। राम प्रसाद मूल रूप से जबलपुर के रहने वाले थे। इसके बाद मची भगदड़ में छह लोग गंभीर घायल हुए और करीब 12 लोग चुटैल हुए। घायलों में सरोज पत्नी रामप्रसाद विश्वकर्मा, राजेंद्र पुत्र अमर सिंह निवासी बठैन कोसी, रामवती पत्नी विनोद रजमन बाजार दिलकुशा लखनऊ, काजल पुत्री राजेंद्र रजमन बाजार, दिलकुशा लखनऊ, शीतल सेन पुत्री लक्ष्मण सिंह, राजपुर देहरादून, राजकुमार पुत्र दीपक, सुजावलपुर उत्तमनगर अलीगढ़ आदि गंभीर रूप से भगदड़ में घायल हो गये। वहीं घायलों का उपचार जारी है। शनिवार सुबह प्रातः आरती के समय तक हालात सामान्य हो चुके हैं। मंदिर में श्रद्धालु दर्शन को पहुंच रहे हैं और बहुत से लोग इस बात से भी अंजान हैं कि रात को यहां हादसा हुआ था।
मंदिर में जिस समय हादसा हुआ उस समय डीएम नवनीत सिंह चहल, एसएसपी अभिषेक यादव ,नगर आयुक्त अनुनय झा सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षा कर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया। इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैया अस्पताल भेजा गया। बताते है घटना के बाद अस्पताल पहुंचे परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए शवों को ले गए। रात करीब 1 बजकर 55 मिनट पर हुए इस हादसे के बाद एसएसपी ने बताया कि अधिक उमस हो जाने के कारण यह घटना हुई। फिलहाल स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में है और घायलों का इलाज चल रहा है। काफी श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर आकर हवा मिलने के बाद राहत मिल गई। घटना के दौरान डीएम एसएसपी नगर आयुक्त खुद भीड़ में लोगो को बचाने में जुट गए।