
जिला स्तरीय गंगा, पर्यावरण-वृक्षारोपण को लेकर की जिलाधिकारी ने बैठक
मथुरा। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय गंगा, पर्यावरण एवं वृक्षारोपण समिति तथा कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के संबंध में बैठक ली। बैठक में वृक्षारोपण हुए पौधों की धीमी जियो टैगिंग की गति को बढ़ावा देने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये। नाले व नालियों की टैपिंग करायी जाये, यमुना किनारे स्थित गांवों में विशेष अभियान चलाते हुए ऑर्गेनिक खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित किया जाये, घाटों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाये।
श्री खरे ने कहा कि विभिन्न अवसरों पर घाटों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये, जिसमें घाटों पर योगा, सफाई, सांस्कृतिक कार्यक्रम, दीपोत्सव आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये। उन्होंने जियो टैगिंग की गति को बढ़ाने के लिए विभिन्न अधिकारियों को टारगेट दिये। सीवेज ट्रीटमेंट प्लान, वेस्ट मेनेजमेंट, बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल, सॉलिड वेस्ट, ईवेस्ट मेनेजमेंट आदि के संबंध में नगर निगम, जिला पंचायत राज, स्वास्थ्य, प्रदूषण आदि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि समय समय पर औचक निरीक्षण कर उक्त प्लांटों की स्थिति का जायजा लें तथा यह भी सुनिश्चित करें कि कूड़ा डिस्पोजल का कार्य समय एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण हो जाये। जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि अधिक से अधिक बालिकाओं का नामांकन कराना सुनिश्चित करें और यदि कोई नामांकन विद्यालय में नहीं हो पाया हो, तो आप नजदीकी विद्यालयों में उनका दाखिला कराना सुनिश्चित करें। यदि कोई परिवार बच्चियों को पढ़ाना नहीं चाहता है, तो यह हमारा दायित्व है कि उनके परिवार से वार्ता करें और उनका शिक्षा के प्रति जागरूक करते हुए छात्रा का नामांकन के लिए प्रेरित करें।
श्री खरे ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के वार्डनों को निर्देश दिये कि सभी छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण करायें, स्वच्छता का विशेष ध्यान रखते हुए छात्राओं को स्वयं स्वच्छता के प्रति प्रेरित करें। विद्यालयों में विद्युत व्यवस्था, पेयजल, किचन, खाद्य पदार्थों की जांच, सीसीटीवी, आग बूझाने वाले यंत्र, बगिया, कम्प्यूटर, लाईब्रेरी, इण्टरनेट, लैब यंत्र, रजाई, गददे आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने सख्त निर्देश दिये कि कक्षा एवं कमरों में अंधेरा न रहे, पेयजल की आपर्ति पर्याप्त हो, प्रतिमाह हेल्थ चेकअप करवाया जाये, योजनाबद्ध तरीके से शिक्षा प्लान तैयार किया जाये तथा समय समय पर बच्चों का टेस्ट करते हुए छात्राओं का मूल्यांकन किया जाये। बैठक में ज्वांइट मजिस्ट्रेट धु्रव खादिया, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानन्द पाण्डेय, डीएफओ रजनीकांत मित्तल, सचिव एमवीडीए राजेश कुमार, अपर नगर आयुक्त क्रान्ति शेखर सिंह, जिला विकास अधिकारी सुधा कुमार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण सनसवीर सिंह, डीसी मनरेगा दुष्यन्त सिंह, पीडी एके उपाध्याय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।