
लंपी की रोकथाम के लिए लक्ष्य बनाकर वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा: धर्मपाल सिंह
मथुरा। पशुधन, दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा के मंत्री धर्मपाल सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में लम्पी एवं गो आश्रय स्थलों की समीक्षा उन्होंने सर्वप्रथम सभी पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि हमें शांत नहीं बैठना है, हमें और प्रयास करते हुए लम्पी से लड़ना है। लम्पी बीमारी कोरोना के तरीके ही जानवरों के लिए हानिकारक है।
लम्पी की रोकथाम के लिए सरकार ने पश्चित सीमा को प्रतिबंधित कर नियंत्रण किया। श्री सिंह ने जानकारी दी कि आगरा, झांसी, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ आदि मण्डलों की सीमाओं को सील किया गया था, जिससे लम्पी बीमारी इस प्रदेश में न फैले। लम्पी की रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री द्वारा टीमों का गठन किया गया था, जिसने पूरे प्रदेश में भ्रमण करते हुए वेक्सीनेशन के कार्यों में तेजी लाने का कार्य किया तथा विभिन्न प्रकारों से जनपदों में प्रचार प्रसार करते हुए लम्पी पर नियंत्रण पाया। आगामी दिनों में लक्ष्य बनाकर वेक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा।
मंत्री ने गौशालाओं को समूहों से जोडने के लिए मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये और कहा कि समूहों के माध्यम से गोबर का प्रयोग करते हुए विभिन्न प्रकार के उत्पादन किये जायें, जिनको बाजारों में बेचा जाये। गोबर का प्रयोग दीपक, गमले, खाद, मूर्ति आदि बनाने में किया जाये, जिससे समूहों की आय बढेगी। अपने देश की अर्थव्यवस्था में दूध का अहम हिस्सा है और मथुरा तो युगों युगों से गौवंश का केन्द्र रहा है।