
प्रशासन के दावों की हकीकत जानने को तीर्थ पुरोहित महासंघ ने किया यमुना भ्रमण
मथुरा। यमुना शुद्धिकरण के प्रशासन के दावों की हकीकत जानने निकले तीर्थ पुरोहित महासंघ के पदाधिकारियों को जयसिंहपुरा से गोकुल तक के घाटों का भ्रमण के दौरान अनगिनत नाले श्री यमुना जी में प्रभावित होते मिले है। इस संबंध में महासंघ के पदाधिकारियां को कहना है कि प्रशासन द्वारा सभी नालों को बंद कर दिया बताया जा रहा है लेकिन वास्तविक स्थिति देखने पर पता चला कि करीब 10 से 12 नालों को मिलाकर कैसे एक बड़ा नाला (मसानी नाला) सीधा यमुना नदी में प्रभावित किया जा रहा है। नमामि गंगे योजना एक विफल योजना साबित हुई है सरकार के द्वारा लाखों करोड़ों रुपए यमुना जी के शुद्धिकरण के लिए स्वीकृत किए गए हैं किंतु सरकार के प्रतिनिधि और प्रशासन द्वारा आपस में बंदर बाट किया जा रहा है। यमुना जी कब शुद्ध होगी यह यमुना भक्तों के लिए एक सपने जैसा नजर आ रहा है। प्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी नहीं चाहते की यमुना कभी शुद्ध हो क्योंकि यह कार्य योजना बनी रही तो उनके लिए व्यवसाय चालू रहेगा अन्यथा व्यवसाय बंद होने की संभावना है। तीर्थ पुरोहित महासंघ के बृज प्रांत अध्यक्ष लालजी भाई शास्त्री ने आक्रोश व्यक्त करते हुए गंभीर आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि जल्दी ही ब्रजमंडल की बैठक बुलाकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। पंडित अमित भारद्वाज ने कहा यह सब
प्रशासन की लीपापोती है प्रशासन की मिली
भगत से सब कार्य किया जा रहे हैं। दिल्ली से
आए मनिकेश चतुर्वेदी द्वारा कहा गया यमुना भक्त यमुना जी की लड़ाई के लिए अपना बलिदान देने को तैयार है।
ब्रज मंडल महामंत्री यज्ञदत्त चतुर्वेदी ने कहा की प्रतिनिधियों द्वारा कहा जा रहा है कि सभी नल बंद है लेकिन वर्तमान स्थिति देखने को मिल रही है कि सीधे नाले गटर की सीवेज श्री यमुना में प्रभावित हो रही है मृत पशु यमुना में पड़े हुए हैं जानवर नदी में नहा रहें हैं। यमुना भ्रमण के अवसर पर अजय चतुर्वेदी सहसंयोजक पंकज चतुर्वेदी भी मौजूद रहे।