बेहतर शिक्षा और रोजगार का दूसरा नाम जीएलए विश्वविद्यालय

 

 

जीएलए विश्वविद्यालय ने ब्रज का नाम दुनिया में रोशन किया: कुलाधिपति

 

मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का लक्ष्य वर्तमान व भावी शैक्षिक तथा व्यावसायिक क्षेत्रों में नवीनतम शैक्षिक अनुसंधान व तकनीकी प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुए एकेडमिक श्रेष्ठता के नये मापदण्ड स्थापित करना है। आज हर क्षेत्र में अनन्त सम्भावनाऐं उपलब्ध हैं। इन सम्भावनाओं को सच्चाई में बदलकर आज का युवा न केवल स्वयं सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है, बल्कि देश-समाज और मानवता के हित में भी बहुत कुछ कर सकता है। बात है सिर्फ उचित मार्गदर्शन और सही अवसर की।

जीएलए विश्वविद्यालय अपने छात्रों व स्कालर्स को सर्वश्रेष्ठ दिशा-निर्देशन तथा आधुनिकतम तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ पूरी तरह सही अवसर उपलब्ध कराने को दृढ़ प्रतिज्ञ है। 110 एकड़ के शोर-शराबे से दूर, प्रदूषण मुक्त एवं हरी-भरी भूमि पर स्थापित मथुरा का जीएलए विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के शैक्षिक इतिहास में सही अर्थों में एक मील का पत्थर है। विश्वस्तरीय तथा सुविख्यात संस्थानों जैसे कि आईआईटी, एनआईआईटी से जुड़े रह चुके युवा शोधार्थियों तथा अनुभवी शिक्षकों को जीएलए विश्वविद्यालय की फैकल्टी में शामिल किया गया है। जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षक न केवल लैक्चर तक ही सीमित है, बल्कि हर पक्ष-हर बिन्दु को पूरी तरह व्यावहारिक तथा प्रायोगिक ढंग से समझाते हैं, ताकि जीएलए के छात्र-छात्राऐं अपने विषयों पर गहराई तक पूरी पकड़ प्राप्त कर सकें। जीएलए विश्वविद्यालय का मूल-मन्त्र-‘परफैक्ट टीचिंग के साथ-साथ परफैक्ट लर्निंग’ भी है।

अपने छात्रों को राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की जॉब-अपॉच्र्युनिटी एवं प्लेसमेन्ट हेतु पूरी तरह योग्य व सक्षम बनाने के लिए हमने हर विषय व ब्रान्च का पाठ्यक्रम तैयार करते समय नैसकॉम, मैकिन्जी व वल्र्ड बैंक की रिपोट्र्स को भी पूरी तरह ध्यान में रखा है। इन रिपोट्र्स में प्रस्तुत आंकड़ों एवं सुझावों को ध्यान में रखकर तैयार किए गये ’पाठ्यक्रम’ के कारण हमारे छात्रों के लिए राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों की सम्भावनाओं में निश्चित रूप से बढ़ोत्तरी हो रही है। विश्वविद्यालय में अल्ट्रा-मॉडर्न टैक्नोलोजी पर आधारित श्रेष्ठ इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। जिसके कारण यहां के हर छात्र-छात्रा को अपने शैक्षिक व तकनीकी ज्ञान को सर्वश्रेष्ठ स्तर पर ले जाने का पूरा अवसर मिलता है। इसके साथ ही जीएलए विश्वविद्यालय इन्डस्ट्रियल विजिट्स, गैस्ट लैक्चर्स, वर्कशॉप्स, ट्रेनिंग कार्यक्रम, विभिन्न प्रकार के डवलपमेंट कार्यक्रम, कॉफें्रस, सेमिनार आदि का निरन्तर आयोजन करता रहता है। इन विजिट्स तथा कार्यक्रमों में विशेषज्ञ फैकल्टी-मेम्बर्स, वैज्ञानिकों, इन्जीनियर्स तथा प्रतिष्ठित व सफल उद्धमियों को आमन्त्रित किया जाता है। जो यहां के छात्र-छात्राओं को अपने ज्ञान-अनुभव और अपनी सफलता के वास्तविक कारणों के बारे में बेहद दोस्ताना माहौल में बताते हैं। इस प्रकार से यहाँ के छात्र-छात्राओं को व्यापक सोच के साथ ऊंचे लक्ष्यों तक पहुँचने का ज्ञान व उत्साह से परिपूर्ण दिशा-निर्देश निरन्तर प्राप्त होता रहता है। एक उच्चकोटि के शैक्षणिक व तकनीकि संस्थान के रूप में जीएलए विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं को शिक्षा व तकनीकि ज्ञान के सर्वोच्च स्तर उपलब्ध कराकर देश और समाज के विकास व कल्याण में अधिकतम योगदान देने को पूर्णतया दृढ़-संकल्पित है। जीएलए विश्वविद्यालय के आधारभूत सिद्धान्त व आदर्श कुलाधिपति श्री नारायण दास अग्रवाल के संस्कारपूर्ण आदर्शों पर ही आधारित हैं।

 

 

विवि का दीक्षांत समारोह 6 को

 

जीएलए विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह 6 फरवरी को आयोजित होगा। जिसकी तैयारियां विवि में चल रही हैं। समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज होंगे। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल करेंगे। समारोह में मेधावियों को गोल्ड, सिल्वर मेडल व उपाधियां प्रदान की जाएंगी। इस वृहद दीक्षांत समारोह की व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। कार्यक्रम में प्रदेश कैबिनेट मंत्री चैधरी लक्ष्मीनारायण एवं अन्य प्रमुख जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, उद्योगपति, धर्माचार्य भी भाग लेंगे।

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