
गंगा और यमुना को प्रदूषण मुक्त रखना सभी का दायित्वः चिदानन्द
मथुरा।वृन्दावन में जी- 20 इंटरनेशनल योग एवं मिलेट फेस्टिवल के द्वितीय दिन के छठवें सत्र में आर्यान पेशवा महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं प्रेम महाविद्यालय के संस्थापक त्यागमूर्ति राजा महेंद्र प्रताप को परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने मरणोपरांत ब्रज रत्न से सम्मानित किया। यह सम्मान प्रेम महाविद्यालय इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ देव प्रकाश ने महाराजा के प्रतिनिधि के तौर पर प्राप्त किया । इससे पूर्व पांचवे सत्र में ब्रह्मर्षि देवराहा बाबा घाट पर स्वामी जी ने यमुना महारानी की महाआरती एवं दुग्धाभिषेक किया। आरती के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की कैविनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य एवं मथुरा सांसद हेमा मालिनी, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के
सदस्य भुवनभूषण कमल, केशव धाम के निदेशक, ललित, अनिरुद्धाचार्य महाराज, उमेश सिरोही, मेघना सिरोही, जगदीश चैधरी, ब्रजवासी तीर्थ पुरोहित पण्डा सभा के अध्यक्ष श्यामसुंदर गौतम, गोविन्द शर्मा, सुरेशचंद्र शर्मा, राघव भारद्वाज, जीवनदत्त शर्मा, पवन शर्मा, रामनारायण ब्रजवासी, सुभाष गौड़ सहित बड़ी संख्या में संत-महंत सम्मिलित हुए।
परमार्थ निकेतन के चिदानन्द सरस्वती महाराज ने इस अवसर पर कहा कि प्राणी मात्र के जन्म से लेकर मृत्यु तक नदियों का साथ रहता है अतः गंगा, यमुना सहित सभी नदियों को स्वच्छ रखना हम सभी का पवित्र दायित्व और धर्म है। उन्होंने कहा कि पूजा और प्रदूषण एक साथ नहीं चल सकते । इसलिए हम सभी को नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने की आवश्यकता है।