
तिरंगा झंडा है तो सब कुछ मुमकिन है : बरसाना की राधिका
यूक्रेन से मथुरा के बरसाना की बेटी और राया के बहिन-भाई सकुशल घर पहुंचे, परिजनों ने मनाई खुशी, मोदी सरकार को दिया धन्यवाद
मथुरा। यूक्रेन में फंसे मथुरा के कुछ छात्र अपने घर लौट आए है। जिन्होंने यहां पहुंचकर इंडियन तिरंगे झंडे को खास एहमियत देते हुए कहा है कि मोदी सरकार के रहते सब कुछ संभव हो रहा है। वहां तिरंगे झंडे को कहीं भी रोका नहीं जा रहा है। सकुशल भारत वापसी कराने पर उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार को धन्यवाद दिया है। बरसाना की बेटी राया कस्बे के भाई बहिन घर पहुंच चुके है। सोमवार को उनके परिजनों में खुशी की लहर देखने को मिली है।
मथुरा बरसाना की रहने वाली राधिका गोयल अपने पैतृक गांव सुरक्षित लौट आई है। जिसके बाद राधिका गोयल की मां ने अपनी पुत्री की आरती उतार टीका लगाया और बिटिया के गले लग कर फूट फूट कर रोने लगी। यूक्रेन में हो रहे हमले को याद कर राधिका की आँखों के सामने वहाँ का मंजर घूम गया, जिसके बाद पुत्री ने अपनी मां को यूक्रेन और रूस के मध्य हो रहे हमले की आपबीती बताई । राधिका गोयल ने बताया कि युद्ध शुरू होने पर सभी छात्र घबरा गए थे। एक बार तो लगा कि हम युद्ध से नहीं निकल पाएंगे। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने 22 फरवरी सुबह गोलाबारी शुरु होने के साथ ही एक माह का राशन एकत्र कर लिया था। उसके बाद हमारे सभी पैसे खर्च हो गए। भारत सरकार ने हमको निकालने का काम किया। जब इंडियन एंबेसी ने उन्हें निकाला तो उनकी गाड़ियों पर चारों तरफ भारतीय झंडा लगाकर निकाले गए। जहां भी रास्ते में हमे रूस के सैनिक या यूक्रेन के सैनिक मिलते थे तो तिरंगा लगा देख उनसे कोई कुछ नहीं कहता और सीधे निकल जाने देते। सरकार ने अपने वाहनों से घरों तक पहुंचाया है। वहीं राया के रहने वाले यूक्रेन में पढ़ रहे भाई-बहन ओम और कनक के घर में सोमवार मिठाई बंट रही है। वह सही सलामत वतन लौट आए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि अपने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के कारण ही वो यहां तक सही सलामत पहुंचे हैं।