भारत का पौराणिक ज्ञान पुंज संस्कृत भाषा में निहित: बेबीरानी मौर्य

 

 

वृन्दावन । बड़ा खटला स्थित वरदराज भगवान मंदिर के त्रिदिवसीय वार्षिक महोत्सव के अंतर्गत श्री हयग्रीव रामानुज संस्कृत महाविद्यालय के जीर्णोद्धार भवन का उद्घाटन उ.प्र की महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मौर्य द्वारा संतो के सानिध्य में किया गया।बड़ा खटला पीठाधिपति रामेश्वराचार्य महाराज के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में उ.प्र. की महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि वे स्वयं को बड़ा भाग्यशाली मान

 

रही हैं कि वृन्दावन में विराजे वरदराज उन्हें इस कार्य के लिए चुना। इससे पूर्व भगवान का आशीर्वाद हम सबको मिल रहा संस्कृतज्ञ आचार्यों व छात्रों द्वारा स्वतिवाचन है। संस्कृत हमारी सबसे प्राचीन भाषा है। के मध्य केबिनेट मंत्री ने फीता काटकर भारत का संपूर्ण ज्ञान वेद पुराणों में निहित है महाविद्यलय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन जो संस्कृत भाषा में ही है। फिर चाहे यह ज्ञान किया। साथ ही उन्होंने वरदराज भगवान की चिकित्सा विज्ञान हो या सामाजिक ज्ञान प्रतिमा के सामने कुछ क्षणों तक भावपूर्ण अथवा आध्यात्मिक ज्ञान हो। उन्होंने स्वयं उपस्थिति दर्ज कराकर कृतज्ञता व्यक्त की। को ठाकुरजी की आभारी माना कि प्रभु ने अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा कि संस्कृतका पठन-पाठन अपने संस्कारों और विचारों का संरक्षण है। हमें अपने पौराणिक ज्ञान का अनुशीलन तथा अनुसंधान निरंतर करना चाहिए। इस अवसर पर जीएलए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल, रमेश चंद्राचार्य महाराज, आचार्य बद्रीश, रामकिशोर सिंगी, संजय कुमार दुबे, ओमप्रकाश चतुर्वेदी आदि मौजूद रहे।

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