
धरती पर मानव जाति के लिए पेड़ हैं सुरक्षा कवच : डॉ. अरूण
धरती पर मानव जाति के लिए पेड़ हैं सुरक्षा कवच : डॉ. अरूण
मथुरा । श्री चित्रगुप्त पीठ प्रांगण में विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) वन, पर्यावरण, जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग डॉ. अरुण कुमार द्वारा गोवर्धन राधाकुंड स्थित जुल्हेंदी गांव में विश्व की प्रथम पीठ श्री । चित्रगुप्त भगवान के प्रांगण में आकर वृक्षारोपण किया। पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद व पीठ के महंत सुरेशानंद ने पीठ की ओर से मंत्री का स्वागत अंग वस्त्र भेंट कर किया। अधिक मास के महीने में कुछ महंत संत कल्पवास से भी वृक्षारोपण करने चित्रगुप्त पीठ प्रांगण में आए। राज्यमंत्री ने बताया की वृक्ष हमारे जीवन की धरोहर है। धरती पर मानव जाति के अलावा सभी जीव जंतु व प्राणियों के सबसे बड़े सुरक्षा कवच है। प्रकृति ने वृक्ष अनमोल उपहार के रूप में दिए हैं। कोरोना संकटकाल में जब लोगों ने प्राणवायु का संकट महसूस किया, तो नीम, बरगद, पीपल के वृक्ष इस संकट को दूर करने में सबसे बड़े मददगार साबित हुए। इससे लोग आक्सीजन देने वाले पौधों का महत्व जान गए। साथ ही पौधारोपण के लिए प्रेरित हुए हैं। जिसमें खास जोर ज्यादा आक्सीजन देने वाले वृक्षों के पौधे रोपित करने पर दिया जा रहा है। हमे पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अपना पूरा योगदान देना चाहिए। प्राणवायु को बढ़ावा देने वाले बरगद, नीम, पीपल, बरगद के वृक्षों का पौधा रोपण करने के लिए आम लोगों को भी जागरूक करने का काम करना चाहिए। इस अवसर पर एसडीएम छाता, सीओ गोवर्धन, जिला वनाधिकारी रजनी कांत मित्तल, चिंत्राश मनोज सक्सैना, राकेश सक्सैना अभिनव सक्सैना प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।