
वृन्दावन में मीरा के साथ-साथ चैतन्य महाप्रभु की होगी प्रतिमा स्थापित : हेमामालिनी
मथुरा । उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद् द्वारा आयोजित ब्रजरज उत्सव 2023 के अन्तर्गत संत मीरा बाई के 525 वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में आयोजित “संत मीरा बाई के विविध रुप” विषयक संगोळी का उद्घाटन सांसद हेमा मालिनी ने सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया । उद्घाटन के पश्चात हेमा मालिनी ने उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वृन्दावन में मीरा जी के साथ साथ चैतन्य महाप्रभु जी की भी प्रतिमा स्थापित की जायेगी तथा अन्य महापुरुषों के विषय में भी कार्य किये जाने की आवश्यकता है ऐसे आयोजन प्रतिवर्ष हों जिससे उन्हें जानने का अवसर मिलेगा संतों के विषय में जानकारी होना आवश्यक है ।
इस अवसर पर उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के उपाध्यक्ष शैलजा कान्त मिश्र ने कहा कि मीरा बाई के भाव को और उनके प्रभाव को जानना चाहिए जिस समय मुगल शासन था उस समय मीरा बाई कैसे समाज के मध्य आ पायीं जिनका नाम आज सहजता से ले रहे हैं उनके आध्यामिक प्रभाव को हम अपने जीवन में नहीं उतारते है तब तक सब बेकार है जिसे विष पीने की तत्परता हो जाये तो यह कोई साधारण बात नही हो सकती है।
उन्होंने कहा कि मीरा बाई प्रेम की मूरत थीं वो श्रीकृष्ण की भक्ति में पूर्ण रुप से तन्मय होकर ही करती थीं । देवरहा बाबा भी हमेशा ही मीरा बाई के विषय में कहते थे । वह कहते थे कि तन्मयता से ही प्रभु की प्राप्ति हो सकती है अगर जीवन में तन्मयता नहीं है तो परमात्मा का साक्षातकार होना भी असम्भव है मीरा बाई तन्मयता की प्रतीक हैं। आज वृंदावन की कुंज गलियों की यमुना जी की रक्षा हमें करनी होगी।
कार्यक्रम में अन्य साहित्यकारों में सुधाकर अजीत लखनऊ सत्य नारायण समधानी राजस्थान अरविन्द तेजावत हरियाणा सुश्री रोहिणी अग्रवाल हरियाणा अदिति माहेश्वरी वाणी प्रकाशन दिल्ली ने विचार प्रकट किये।
इस अवसर सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के सी ईओ नगेन्द्र प्रताप डिप्टी सी ईओ के अलावा जी एल ए यूनीवसिटी के छात्र छात्राओं के साथ साथ बड़ी संख्या शोधार्थी छात्र तथा अध्यपकों ने भाग लिया। संगोष्ठी का संचालन कवि नारायण अग्रवाल ने किया ।