
मुख्यमंत्री ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण
मथुरा।यमुना के जलस्तर लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। हर घंटे एक से दो सेमी यमुना का जल स्तर बढ़ रहा है। शाम चार बजे यमुना का जलस्तर मथुरा के प्रयाग घाट पर 166.64 मोटर दर्ज किया गया। जो खतरे के निशान से 64 रोगी अधिक है। यमुना की खादर के डूब क्षेत्र में बनी बस्तियों में शालात फिर खराब हो रही है। निचले स्थानों पर बने मकानों में पानी घुसने लगा है। जिससे मथुरा वृंदावन को एक दर्जन कॉलोनियां प्रभावित होने लगी हैं। पुनः बाढ़ आने की स्थिति को देखते हुए यहां से लोग फिर पलायन करने लगे हैं। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा- वृंदावन के बाढ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां आई यमुना की बाढ की स्थिति जानने को हवाई निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने जिले के डीएम को निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित लोगों का पूरा ख्याल रखा जाए। सभी प्रभावित लोगों को रहत शिविरों में
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।आज वृंदावन आगमन के दौरान रखा जाए। सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार बुधवार की सायं चार बजे दिल्ली के ताजेवाला बांध से 48 हजार 276 क्यूरोक और ओखला बांध से 52 हजार 613 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। वहीं मथुरा के गोकुल बैराज से 1 लाख 13 हजार 345 क्यूसेक पानी आगरा की तरफ छोड़ा जा रहा है। शेरगढ़- नौहझील मार्ग पर भी पानी करीब दो फीट तक आ गया है। शेरगढ़ क्षेत्र में के बाबूगढ़ के चारों ओर फिर यमुना का पानी आ गया है। इस क्षेत्र में राबरो अधिक बे गाव ही बाढ़ में प्रभावित होता है। फिर वहां के हालात बिगड़ रहे हैं। जयसिंहपुरा खादर, गणेशघा कालोनी, डेगरा और ईशापुर में भी तेजी से आबादी में पानी बढ़ रहा है। यहां से करीब पचास प्रतिशत लोग पलायन कर रहे हैं।