
सनातन धर्म को मजबूत करने का लेना है संकल्प
मथुरा।(संवाददाता श्याम शर्मा ) वृंदावन परिक्रमा मार्ग कालीदह स्थित अखंड दयाधाम में धर्म रक्षा संघ का राष्ट्रीय अधिवेशन गुरूवार को आयोजित किया गया। जिसमें भारत के विभिन्न प्रांतो से पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे। गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जहां कृष्ण हैं, वहीं धर्म है और जहां धर्म है, वहीं विजय होती है। धर्म को लेकर के जिसके भी मन में भी कोई संशय है। उसको आज दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यद्यपि भगवान श्रीरामलला विराजमान हुए हैं। माहौल पूरा धर्ममय है। यहां तक की मुस्लिम भी हमारे धर्म से आकर्षित होकर के अपने आप को सनातनी ब्ता रहे हैं, तथापि कुछ विरोधाभासी
विचारों के जी लोग हैं और जिनकी मानसिकता अत्यंत दूषित है। हमें इन बुराइयों को दूर करने और सनातन धर्म को और अधिक सो अधिक मजबूत करने का संकल्पा लेना है। इससे पूर्व अधिवेशन का उद्घाटन एवं प्रथम सत्र संतो के आशीर्वचन से प्रारंभ हुआ। सत्र की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी भास्करानंद ने की। द्वितीय सत्र में देश के विभिन्न प्रांतो से आए हुए पदाधिकारी के साथ संगठन के विस्तार एवं कार्य प्रणाली पर चर्चा हुई। तृतीय एवं समापन सत्र में फूलों की होली एवं रासलीला का आयोजन हुआ। इस अवसर पर स्वामी गोविंदानंद तीर्थ, स्वामी बलराम देवाचार्य, महंत सत्यनारायण दास, महंत डा. आदित्यानंद, आचार्य कौशिक, साध्नी ध्यानमूर्ति महाराज, कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़, राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बढीश, महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद, स्वामी सत्यमित्रानंद, स्वामी देवानंद परमहंस, श्रीदास प्रजापति, ठाकुर किरण पाल सिंह, जगदीश गुप्ता, डा. अभिषेक शर्मा, डा. मनोजमोहन शास्त्री, मोहित शर्मा आदि उपस्थित थे।