
बूंदाबांदी ने बढ़ाई लोगों की मुसीबत, बरसात से बढ़ गई ठंड और गलन
– खुले आसमान के नीचे रहने वालों का जीना हुआ मुहाल
– अलाव न जलाए जाने से ठंड का प्रकोप झेलने को मजबूर हो रहे है लोग
वृंदावन। बुधवार सुबह से सूर्य नारायण के दर्शन न होने एवं रिमझिम रिमझिम बरसात होने से मौसम ने अचानक करवट ले ली है। इससे कड़कड़ाती सर्दी ने दस्तक दे दी है। जिससे खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों का हाल मुहाल है। निराश्रित, असहाय व निर्धन वर्ग के लोग ठंड के प्रकोप से बचने के लिए शासन- प्रशासन के अधिकारियों के रहमोकरम की बांट जोट रहे है।
वहीं सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। मंदिरों में भी अन्य दिनों की भांति भक्तों की भीड़ काफी कम दिखाई दे रही है। परिक्रमा मार्ग यमुना किनारे एवं तिराहा चौराहों पर अलाव की व्यवस्था ना होने के कारण गरीब असहाय लोगों समेत बाहर से आए भक्तों को सर्दी से राहत नहीं मिल पा रही है।
बता दें कि खुले आसमान के नीचे सड़क किनारे जीवन यापन करने वाले लोगों की सुविधा के लिए नगर निगम प्रशासन द्वारा गैस हीटर की व्यवस्था की गई है, लेकिन कुछ स्थानों पर ही यह सुविधा मुहैया कराए जाने के कारण अन्य स्थानों पर इसकी कमी काफी खल रही है। लोगों ने नगर के अन्य क्षेत्रों में भी गैस हीटर या अलाव लगाए जाने की मांग की है। सुबह से ही हल्की बूंदाबांदी और बादलों से गिरे आसमान के चलते भरी ठंड ने लोगों को घरों से बाहर ना निकलने के लिए मजबूर सा कर दिया। सड़कों पर चल रहे कामकाजी लोग भी ठंड से बचने के लिए जगह-जगह घास-फूस में लकड़ी के अलाव जलाकर ठंड से बचने का प्रयास करते दिखाई दे रहे थे