
शादी की 25वीं वर्षगांठ पर 11 कन्याओं कराया सामूहिक विवाह
वृंदावन। 10 जुलाई स्थान को फोगला आश्रम रमन रेती में राधा वल्लभ मंदिर के आदरणीय पूजनीय श्री मोहित महाराज जी के शादी की 25वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर 11 कन्याओं का सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित हुआ इस अवसर पर हजारों की संख्या में उनके शिष्य ने पूज्य मोहित महाराज जी को सम्मानित कर शुभकामनाएं बधाई दी पूज्य स्वामी मोहित महाराज जी अपनी शादी की 25वीं वर्षगांठ के शो सर पर 11 कन्याओं का सामूहिक पानी ग्रहण संस्कार किया और सुंदर दहेज एवं दावत देकर एक इतिहास रचा इस पावन शुभ अवसर पर वृंदावन के एवं मथुरा के तमाम साधु सन्यासी एवं भक्तगण ने महाराज जी को शुभकामनाएं बधाई प्रदान करते हुए अभिनंदन स्वागत किया इस शुभ अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व संगठन मंत्री राष्ट्रीय संगठन मंत्री ऑल इंडिया स्माल न्यूजपेपर संगठन भारत एवं प्रधान संपादक दैनिक अध्ययन टाइम्स एवं संरक्षक मथुरा का सीन टाइम्स के आदरणीय रामकृपाल सिंह जी सब परिवार पहुंचकर इस शुभ अवसर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए स्वामी जी को अंग वस्त्र एवं भगवान भोले आनंदेश्वर कानपुर की स्मृति चिन्ह भेदकर दक्षिण अर्थ दक्षिणार्थ उनका शादी की 25वीं वर्षगांठ पर शुभकामनाएं बधाई दी राधावल्लभ के मुख्य महंत मोहित महाराज जी ने रामकृपाल सिंह जी एवं उनकी पत्नी को अंग वस्त्र व राधावल्लभ के चित्र भेंट कर आशीर्वाद प्रदान किया बहुत सुंदर सजा सुंदर व्यवस्था सुंदर दावत ऐतिहासिक थी गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह का यह याद कर पाल समाज को प्रेरित करता है कि जिनका कोई नहीं उनका भगवान राधावल्लभ है राधावल्लभ के मुख्य महंत आदरणीय मोहित महाराज जी और उनके भक्तों द्वारा उक्त कार्यक्रम भाव दिव्यता और अलौकिक छटा को बिखेर रहा था भोगल आश्रम का यह कार्यक्रम अपने में अद्वितीय गूगल आश्रम के ट्रस्टी बनवारी लाल अग्रवाल की सुंदर व्यवस्थाओं को देखकर मोहित महाराज पूजनीय राधा बल्लभ मंदिर से जुड़े उनके भक्तगण एवं शिष्य गढ़वाली ऐतिहासिक व्यवस्था को रूप प्रदान कर एक सुंदर अलौकिक कार्यक्रम उनकी शादी की सालगिरह पर आयोजित कर इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखने का प्रयास किया सभी को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए समाज को यह प्रेरणा देती है कि जिन बच्चों की कोई व्यवस्था नहीं हो सकती है राधाबल्लभ मंदिर का ट्रस्ट ऐसे कन्याओं की शादी करने के लिए हर संभव मदद करने के लिए तत्पर रहता है जय हिंद जय भारत जय श्री राम का घोष करते हुए संगीत में वातावरण राधावल्लभ के भजनों बिहारी जी के भजनों की निरंतर गानों के माध्यम से बिल्कुल राधा राधा राधा राधा राधा रेट हुए राधा में वातावरण एक सुंदर ससुर जी सुबह व्यवस्थित और अतुल नहीं रहा