
शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए आध्यात्मिक सत्संग :आचार्य बल्लभ महाराज
हाथरस। (ब्यूरो) गुरु पूर्णिमा पर्व का बृज की देहरी हाथरस में खासा उत्साह नजर आ रहा है। गुरु पूर्णमा की पूर्व संध्या पर शहर के चामड गेट स्थित नई धर्मशाला में सत्संग व प्रवचन का आयोजन आचार्य बल्लभ जी महाराज के सानिध्य में हुआ।
इस मौके पर आचार्य बल्लभ जी महाराज ने कहा सत्संग व प्रवचन से मन को शांति मिलती है। भक्त और भगवान के बीच में दूरी कम होती है । इसलिए जितना हो सके उतना प्रभु का स्मरण करना चाहिए। उन्होंने हिरण्यकश्यप के प्रसंग को लेते हुए कहा कि भक्त पहलाद के जीवन सीखने के लिए भक्तों के लिए प्रेरणादायक है जैसे पहलाद ने प्रभु की भक्ति की उसी तरह आमजन को भी प्रभु भक्ति करने से प्रभु से मिलने से प्रशस्त मार्ग प्राप्त होगा उन्होंने कहा कि प्रहलाद ने तमाम कष्टों को सहन करते हुए भगवान की भक्ति में लीन रहे । इसके बाद भी उन्हें कोई कष्ट नहीं हुआ ।और भगवान ने उन्हें साक्षात्कार कराया और दर्शन दिए। उन्होंने गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गुरु का अर्थ होता है जो अपने शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए उसे ही वास्तविक गुरु की संज्ञा दी गई है। आज के समय में मनुष्य किसी न किसी परेशानी से ग्रसित है। सच्चा गुरु ही उसे प्रशस्त प्रभु का मार्ग दिखा सकता है
इस मौके पर आचार्य गोविंद बल्लभ, समाजसेवी तजवन्त कालरा, श्याम सुंदर बंटी भैया,पंकज खंडेलवाल, अतुल अग्रवाल हींगवाले, कमलेश बंसल, सीताराम अग्रवाल,अजय अग्रवाल, दीनदयाल गोयल, दिलीप पोद्दार, अनूप अग्रवाल उदय, समस्त शिष्य गणों ने सत्संग का लाभ उठाकर प्रसाद ग्रहण किया।