
कांग्रेसियों ने सरदार बल्लभभाई पटेल की जयंती और इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि मनाई
मथुरा। रविवार महानगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में भारत के प्रथम गृह मंत्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं लौह पुरुष के नाम से विख्यात सरदार वल्लभभाई पटेल की 146 वां जन्मदिवस तथा भारत की प्रथम प्रधानमंत्री लैह महिला के नाम से विख्यात स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की 37वी पुण्यतिथि बलिदान दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला एवं महानगर अध्यक्ष ने संयुक्त रूप में की,
पूर्व सीएलपी लीडर एवं पूर्व विधायक प्रदीप माथुर ने सरदार बल्लभ भाई पटेल की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपने समय में अखंड भारत के सपने को पूर्ण करते हुए स्वतंत्र राज्यों का भारतीय गणराज्य में विलय करवाया उन्हीं की इच्छा शक्ति थी वह भारत को एक समृद्ध और सशक्त लोकतंत्र के रूप में स्थापित कर पाए। भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री जो निर्गुट राष्ट्रो की अध्यक्ष रही, लौह महिला के नाम से पूरी दुनिया में विख्यात स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी ने बैंकों का विलय करवाया और पाँच सूत्रीय कार्यक्रम को आगे बढ़ाया दूर दृष्टि पक्का इरादा अनुशासन सत्य और अहिंसा इन्हीं पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया सन् 1984 में उन्हीं के अंग रक्षकों द्वारा उन की निर्मम हत्या कर दी गई। एआईसीसी सदस्य एवं सांसद प्रत्याशी महेश पाठक ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि वह सरदार पटेल ही थे जिन्होंने सांप्रदायिक शक्तियों को संप्रदायिक चिंतन वाले आर एस एस के ऊपर प्रतिबंध लगाया था। पूर्व प्रधानमंत्री एवं लौह महिला स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी आतंकवाद के खिलाफ थी और अनुशासन में रहकर कार्य करने की आदी थी श्रीमती इंदिरा गांधी को आज ही के दिन सन 1984 में उनके निवास दिल्ली सफदरजंग पर इंदिरा जी की हत्या कर दी वे कहां करती थी कि मेरा यह शरीर जब तक मैं जिंदा हूं इस देश के काम आएगा मेरे शरीर के खून का एक-एक कतरा भारत को मजबूती देगा और भारत को अखंडता प्रदान करेगा।