
डॉ. विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर पहुंचा वृंदावन अंतिम दर्शन करते वक्त रोने लगे लोग
मथुरा। जगद्गुरु कृपालु महाराज को बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी को हुई मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर आज एम्बुलेंस से प्रेम मंदिर परिसर आया तो हर किसी को आंखों से आंसू बह निकले। किसी ने सोचा नहीं था कि उनके लिए ऐसी दुखद खबर आएगी।
प्रेम मंदिर परिसर के अंदर फूलों से सजाए मंच पर जगदगुरु कृपालु महाराज और उनकी पत्नी का चित्रपट लगा था तो सामने डॉ. विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर एक बॉक्स में रखा था। उनके अंतिम दर्शन करने के लिए कृपालु महाराज के शिष्यों की लाइन लग गई। मंदिर परिसर में फैला सन्नाटा बड़े संकट की गवाही दे रहा था। वैसे यहां हर रोज बड़ी संख्या में लोग मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं। डॉ. विशाखा त्रिपाठी का अंतिम संस्कार 28 नवंबर को यमुना किनारे होगा। अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए देश के साथ-साथ विदेशों से भी लोग बड़ी संख्या में वृंदावन पहुंच रहे हैं। बताते चलें कि डॉ. विशाखा त्रिपाठी की माताजी ने भी वृंदावन में अंतिम सांस ली थी, उस समय जगदगुरु कृपालु महाराज ने अपनी पत्नी की अंतिम यात्रा ऐसी निकाली, जिसे हर कोई देखता रह गया। वैसे भी अब यह कयास लगाए जा सो नि है कि डॉ. विशाखा त्रिपाठी को अंतिम यात्रा ग के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है। अंत्येष्टि स्थल के स्थान का चयन कर लिया गया है।
गौरतलब है कि रविवार को सुबह दनकौर के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर हुर सड़क हादसे में डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई थी और दो बहने घायल हो गई थी।