
भूत-प्रेतों संग निकले भगवान भोलेनाथ
मथुरा। महाशिवरात्रि पर श्री कृष्ण जन्मस्थान से दोपहर में भोले बाबा की अनूठी और भव्य बारात निकाली गई। जो नगर के बाजारों में आकर्षक झांकियों के साथ निकली। धोबिया नृत्य और बैंड की मधुर ध्वनि के साथ सर्वप्रथम भगवान भैरों जी रथ पर विराजमान होकर बारात की शोभा बढ़ा रहे थे। गागर धारण कर मां चंडी देवी के दर्शन भी आकर्षण का केंद्र रहें। आदिवासी, वनवासी स्वरूप में नृत्य एवं एवं चाचरिया नृत्य के मध्य विराजित भगवती मां चंडी देवी के दर्शन भक्तों को आनंदित करने वाले थे। नासिक से आए घंटे-घड़ियाल, मजीरा नृत्य के मध्य विराजमान हो भगवान ब्रह्मा जी व भगवान विष्णु जी शिव बारात में उपस्थित होकर त्रिदेव की बरात को संपूर्ण कर रहे थे। भारत के मुख्य आकर्षण नंदी पर विराजमान भगवान शिव के अद्भुत स्वरूप भूत-प्रेत, पिशाच, डाकिनी, शाकिनी आदि भगवान शिव के स्वरूप में और अशुद्ध स्वरूप प्रदान कर रहे थे। भगवान शिव के साथ नृत्य करते हुए उनके गण चल रही रहे थे।
जन्मभूमि पर भगवान शिव की बारात पर आराम से पूर्व औघड़ दानी भगवान शिव की आरती संस्था के सचिव कपिल शर्मा ने की।
इस दौरान गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, मुख्य अधिशासी अधिकारी राजेश श्रीवास्तव, उप मुख्य अधिशासी अनुराग पाठक, गिर्राज शरण, विजय बहादुर सिंह, नारायण राय, भगवान स्वरूप शर्मा आदि मौजूद थे।