
श्रीकृष्ण की नगरी में श्रद्धा भाव से मनायी गोपाष्टमी, गायों का हुआ पूजन
मथुरा। श्रीकृष्ण की नगरी में गोपाष्टमी गुरुवार को श्रद्धा भक्ति के साथ मनाई गई। श्रद्धालुओं ने गायों की पूजा सेवा की। भक्तों ने घरों एवं आम रास्तों के साथ गोशालाओं में पहुंचकर गायों को चारा खिलाया और श्रृंगार किया। माथुर चतुर्वेद परिषद ने प्रसिद्ध विश्राम घाट पर गोचारण लीला की। उन्होंने कृष्ण बलराम की गाय चराने की शोभायात्रा छत्ता बाजार से पुराने बस स्टैंड के पास स्थित गोपाल बाग तक धूमधाम से निकाली। गोचारण लीला के साथ ही परिषद के मुख्य संरक्षक एवं अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक के नेतृत्व में चार दिवसीय कंस वध मेले का आगाज हो गया। वहीं श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में हिन्दूवादी नेता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने गऊ माता का पूजन कर उनकी आरती उतारी। वहीं गोचरण लीला का प्रारंभ परिषद अध्यक्ष राकेश चतुर्वेदी, संरक्षक नवीन नगर, महामंत्री राकेश तिवारी एडवोकेट ने संयुक्त रुप से ठाकुर राधा कृष्ण की आरती उतारकर किया। वृंदावन से आए कलाकारों ने भगवान की लीला का आयोजन किया। देश-विदेश से आए तीर्थयात्रियों ने इसका आनंद लिया। शोभायात्रा में कृष्ण बलदेव स्वरूप घोड़ों पर सवार होकर बैंड बाजों के साथ पुराने बस स्टैंड के पास गोपाल बाग पहुंचे और वहां भगवान ने गाय चराने की लीला और क्रीड़ा की। शोभायात्रा वापसी पर ठाकुर जी की आरती उतारकर समापन हुआ।
बॉक्स
वृंदावन में गोपाष्टमी के पर्व पर प्राचीन पंचायती गौशाला में 124 वां गो पूजन पर्व मनाया गया। यहां सुबह से ही गौ पूजन करने वाले भक्तों की कतार लगी रही। लोगों ने गौ माता का पूजन कर उन्हें हरा चारा एवं गुड़ खिलाया। मुख्य अतिथि सीवीओ डॉक्टर हरेंद्र सिंह एवं गौशाला के सचिव राधा कृष्ण पाठक आदि ने वेद मंत्रोच्चारण के मध्य गौ माता का पूजन किया। साथ ही गौ माता को हरा चारा एवं गुड खिलाया। वहीं नगर निगम द्वारा संचालित कान्हा पशु आश्रय गौशाला, श्रीपाद बाबा गौशाला समेत अन्य गौशालाओं में भी गौ माता का पूजन कर गोवंश संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प लिया गया।