
कांग्रेस पार्टी ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
मथुरा/(दिनेश कुमार)उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जिला कांग्रेस कमेटी मथुरा के अध्यक्ष दीपक चौधरी महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उमेश शर्मा एडवोकेट के संयुक्त नेतृत्व में अयोध्या में श्री राम मंदिर के नाम पर चंदा के रुपए एवं करोड़ों रुपए की जमीन घोटाले के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति महोदय को संबोधित ज्ञापन दिया वहीी जिला अध्यक्ष दीपक चौधरी महानगर अध्यक्ष उमेश शर्मा एडवोकेट ने बताया कि विगत दिनों भारतीय नागरिकों द्वारा अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण हेतु दिए गए चंदे से 12080 वर्ग मीटर भूमि (खसरा संख्या 243, 244 और 246) की खरीद की गई कथित आर्थिक अनियमितताओं के संबंध में सभी प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में समाचार प्रकाशित हुए हैं भारतीय नागरिकों की आस्था के प्रति भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण के लिए विभिन्न सामाजिक वर्गों द्वारा दिए गए चंदे का व्यक्तिगत लाभ के लिए प्रयोग किए जाने के आरोप लग रहे हैं
क्योंकि प्रस्तुत विषय भारतीय जन जनमानस की आस्था से जुड़ा हुआ है इसलिए महामहिम राष्ट्रपति महोदय से मांग करते हैं कि अपने स्तर से निम्न बिंदुओं पर जांच कराने की संतति करते हुए तत्काल निर्देश जारी करने का कष्ट करें
1. भू राजस्व अधिकारियों से औचित्य का प्रश्न उठाए बिना किस प्रकार अथवा संस्था के दबाव में दो करोड़ रुपए में खरीदी गई भूमि को लगभग 8 गुना अधिक मूल्य पर बैनामा कैसे होने दिया
2.उक्त भूमि के संबंध में खरीद और बिक्री के बनाने पर समान गवाहों के हस्ताक्षर हैं बेनामे में दर्ज गवाह और विक्रय करने वालों के बीच क्या व्यापारिक या व्यक्तिगत रिश्तेदारी हैं इसके कारण भूमि की खरीद में परस्पर हितों के स्पष्ट टकराव की शंका है
3.क्या इस भूमि के मालिकाना हक को लेकर कथित रूप से वक्फ बोर्ड में आपत्ति दर्ज कराई गई थी यदि हां तो विवादित भूमि होने के बाद भी ट्रस्ट द्वारा इस भूमि को खरीद को कैसे मंजूरी प्रदान की गई
4.जो व्यक्ति इस विवादित भूमि की खरीद और बिक्री में सम्मिलित वह अयोध्या में अन्य कितने मामलों में भूमि की खरीद और बिक्री में आपस सम्मिलित रहे हैं
5.जिन्होंने इस भूमि को 18.5 करोड़ में ट्रस्ट को बेचा है उन्होंने भूमि की बिक्री में संबंधित प्राप्त राशि को किन खातों में स्थानांतरण किया या आगे किस प्रकार उपयोग किया है
6.उल्लेखित भूमि की खरीद के लिए क्या ट्रस्ट ने कार्यसमिति की बैठक बुलाकर प्रस्ताव पारित किया था इसमें यह स्पष्ट रूप से बताया गया हो कि मात्र 2 करोड़ की भूमि का मूल्य 18.5 करो चुकाया जाना होगा जबकि सरकारी सर्किल मूल्य 5.80 करोड़ ही था किसी सदस्य ने भूमि की खरीद के अधिक मूल्य पर कोई आपत्ति दर्ज कराई थी
7.ट्रस्ट द्वारा खरीद की गई भूमि के बैनामा में विगत वर्षों में किए गए बेचने के कागार किए गए समझौते में धन के लेन-देन का जिक्र नहीं है ऐसा क्यों इसके उल्लेख के बिना किसी भी भूमि के क्रय विक्रय पत्र शून्य माने जाते हैं
8.जिस भूमि की खरीद की गई है वह श्री राम मंदिर के लिए प्रस्तावित स्थल से लगभग 2.5 किलोमीटर दूर है मुख्य स्थल से इतनी दूर उचित हीन भूमि की खरीद के लिए ट्रस्ट के किसी भी जिम्मेदार सदस्य अपना विरोध क्यों नहीं दर्ज किया
आस्था के प्रति श्री राम मंदिर के निर्माण को किसी भी प्रकार की आर्थिक और कानूनी और अनियमितताओं की आशंकाओं से मुक्त रखने के लिए निष्पक्ष और उच्च अधिकार प्राप्त संस्था से जांच कराना कराया जाना आवश्यक हो गया है ज्ञापन देने वालों में सर्वश्री श्याम सुंदर उपाध्याय बिट्टू भैया ,मुकेश धनगर, भूरी सिंह जायस ,कीर्ति कुमार कौशिक ,विक्रम बाल्मीकि, नीलम कुलश्रेष्ठ, लता चौहान ,प्रवीन ठाकर, सुनील उपाधाय, अजय शर्मा ,श्याम दुबे ,गौरव सिंह, अजय मेहरा बाल्मीकि, सोमिल कुलश्रेष्ठ ,रवि कुमार बाल्मीकि, शैलेंद्र चौधरी ,अभिलाष सक्सेना ,आशुतोष भारद्वाज ,कासन रिजवी ,देवेंद्र भटनागर, इंद्रजीत गौतम, भूपेश कुमार, राजकुमार शर्मा ,शानू शर्मा ,सुशील सागर, राहुल शर्मा, भूपेंद्र कुमार, धर्मेंद्र शर्मा ,रितेश संवादबृज बिहारी सारस्वत, अरुण गौतम ,बंटी ,नीरज सनवाल ,मोहन श्याम शर्मा ,अनिल तिवारी ,गिर्राज सिंह माहौर, हरीश पचौरी ,शिशुपाल चौधरी ,हरजीत अरोरा ,दुर्गेश बघेल ,पुनीत बघेल, विनोद आर्य ,भरत लाल, योगेश धनगर ,आदि कांग्रेस जन ज्ञापन कार्यक्रम में उपस्थित थे।