
जैसी हमारी संगत होती है, उसका वैसा ही प्रभाव पड़ताःऋतंभरा
मथुरा। वृंदावन में मथुरा मार्ग स्थित समविद गुरुकुलम बालिका सैनिक स्कूल वात्सल्य ग्राम में अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय की सैन्य छात्राओं को अनेक उपाधियों से अलंकृत किया गया। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि संविद की बेटियों ने नेतृत्व स्वीकार किया है, क्योंकि बेटियां भविष्य में देश, समाज और परिवार का भी नेतृत्व धारण करेंगे। क्या हम अपने अंदर के नेतृत्वकर्ता को जगा सकते हैं। भारत ने लोगों को रोजी-रोटी प्राप्त करने की शिक्षा तो दी किंतु जीने की विद्या देना भूल गया। जबकि हमारे यहां ऐसे धर्म ग्रंथ हैं, जो जीवन को बदलने की सामर्थ रखते हैं।
हमने अपने धर्म ग्रंथो का कभी पढ़ा ही नहीं। यदि हम महापुरुषों की जीवनी
को पढ़ते तो हमें कहीं भटकना ही नहीं पड़ता। हमें नेतृत्व चुनने के लिए अपने विवेक का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि जैसी हमारी संगत होती है। उसका वैसा ही प्रभाव पड़ता है। विशिष्ट अतिथि 11 यूपी बटालियन एनसीसी मथुरा के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल रजत ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें सभी का सम्मान करना चाहिए, किंतु किसी का गुलाम नहीं बनना चाहिए। हमें यदि विदेश में भी जाना पड़े तो अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता, अपनी भाषा, अपनी वेशभूषा को कभी नहीं भूलना चाहिए। हमें प्रत्येक परिस्थिति से लड़ने का साहस अपने अंदर पैदा करना चाहिए तथा कभी भी निराश नहीं होना चाहिए हमें सभी का सहयोग करते हुए अपना जीवन जीना चाहिए
और अच्छे से अच्छा करने का अभ्यास करना चाहिए।
हमें खाली समय में सदैव महापुरुषों की जीवनी पढ़ना चाहिए और उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए कि देश हमारे लिए सब कुछ है हमें अपने देश पर सर्वस्व समर्पित करने का अपने मन में भाव रखना चाहिए। इस अवसर पर एजुकेशन डायरेक्टर नूतन चंद्रा, प्रधानाचार्य डा. कल्याणी दीक्षित, वैशिष्टयम की प्रधानाचार्य मीनाक्षी अग्रवाल, प्रतिष्ठा शुक्ला, भव्या सिंह, सृष्टि मिश्रा, दिव्या सारस्वत, नियति हरि, शुभ्रा परमानंद, कामाक्षी, सनी, नियति सिंह, खुशबू सिंह, नमामि गुप्ता, रक्षित द्विवेदी, निधि भारती, मिस्टी अग्रवाल, वंशिका भारद्वाज, उर्मी सिंह, सिया परमानंद, हर्षिता सिंघल आदि उपस्थित थी।