
नर्सिंग द्वितीय वर्ष की छात्रा मिली फांसी पर लटकी
परिजनों ने वार्डन पर प्रताड़ित करने के लगाए आरोप
अस्पताल प्रशासन के अनुसार पिछले कई दिनों से अवसाद में थी छात्रा
छात्रा ने हाथ की नस काटने का भी किया था प्रयास : पुलिस
मथुरा। वृन्दावन रामकृष्ण मिशन चैरिटेबिल अस्पताल के गर्ल्स हॉस्टल में नर्सिंग की छात्रा ने फांसी लगाकर की अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली । परिजनों ने हॉस्टल की वार्डन पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया, जबकि अस्पताल प्रबंधन के अनुसार अवसाद में रहने के चलते छात्रा ने मौत को गले लगा लिया। मौके से फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाकर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
आगरा के नगला पदी दयालबाग इलाके की रहने वाली 20 वर्षीय रश्मि रामकृष्ण मिशन अस्पताल के निवेदिता नर्सेस गर्ल्स हॉस्टल के कमरा नम्बर जी 11 में अपनी एक रूम मेट के साथ रह रही थी।
नर्सिंग की द्वितीय वर्ष की छात्रा रश्मि की रूम मेट बुधवार सुबह पांच बजे उठकर जब अस्पताल जा रही थी तब उसने रश्मि से दरवाजा बंद करने के लिए कहा था। जिसके बाद रश्मि ने दरवाजा बंद कर लिया। रूम मेट जब बुधवार करीब 10 बजे वापस आई तो उसने दरवाजा खटखटाया लेकिन काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तब उसने कमरे के पीछे बनी खिड़की से देखा तो रश्मि फांसी के फंदे पर झूल रही थी। इसके बाद रूममेट ने वार्डन कुसुम को सूचना दी। रश्मि के आत्महत्या करने की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। तत्काल पुलिस को सूचित किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक एमपी सिंह, सीओ सदर राममोहन शर्मा भी मौके पर पहुंच गये और पुलिस ने मौके पर जब देखा तो पाया कि रश्मि ने पहले हाथ की नस काटने की कोशिश की और फिर फांसी लगा ली। वहीं छात्रा के परिजनों ने वार्डन पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। छात्रा के चाचा संजय रावत ने हॉस्टल की वार्डन पर उसे टॉर्चर करने के आरोप लगाते हुए बताया वार्डन उसे बात बात पर टोकती थी घर पर फोन करने के लिए भी डांटती थी। एसपी सिटी मार्तंड प्रकाश सिंह ने मृतका के परिजन और वार्डन व स्टाफ़ से बात कर मामले की पड़ताल की। एसपी सिटी ने कहा कि छात्रा के मृत्यु के कारणो की गहनता से जांच कराई जा रही है। मामला प्रथम दृष्टया सुसाइड का प्रतीत हो रहा है। डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया जाएगा । पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी