
ब्राह्मण क सीधापन क लाभ उठा लैछ राजनीतिक दल : तरुण मिश्र
अष्टलक्ष्मी सह मैथिली ‘ क संग साक्षात्कार में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा क महामंत्री व्यक्त कयलैन्ह अपन विचार
ब्राह्मण क उत्थान में आपसी मतैक्य क अभाव सेहो बड़ पैघ कारणअष्टलक्ष्मी सह मैथिली ‘ क संग साक्षात्कार में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा क महामंत्री व्यक्त कयलैन्ह अपन विचार
गुवाहाटी | सब सब दिन सउंसे देखलहुं , पढ़लहुं जे कतहु कोनो गाम में एकटा गरीब ब्राह्मण रहैत छलाह | आईयो स्थिति कमोबेश ओएह अछि | मुदा दुर्भाग्य ई जे आपसी मतैक्य क अभाव में अलग – अलग राज्य में पंद्रह सं बीस प्रतिशत क आबादी भागीदारी रखै बला ई समुदाय आई अपन राजनीतिक भागीदारी सत्ता में तलाशि रहल | ब्राह्मण क बीच पारस्परिक एकता के नेपाल क पूर्व प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा सेहो हमरा संगे भेंट में असंभव मानने छलाह | ई शब्द भारत क ब्राह्मण सबहक सब सं पुरान संगठन ” अखिल भारतीय ब्राह्मण महसभा क महामंत्री तरुण मिश्र क थीक | उल्लेखनीय अछि जे भारत क ब्राह्मण सभक अई प्राचीनतम संगठन क न्यौं महामना पंडित मदन मोहन मालवीय रखने छलाह | मिश्र अपन भारत क विभिन्न राज्य क दौरा क क्रम में गुवाहाटी आएल छलाह , आ कामाख्या दर्शन क बाद ” अष्टलक्ष्मी सह मैथिली ‘ हुनकर व्यस्ततम समय मं से किछु समय लैत हुनकर समय लेबा में सफल भेल रहय |
जारी परिचर्चा में पूछल गेल प्रश्न क उत्तर कें समावेशित करैत मिश्र कहलैन्ह राजनीतिक भागीदारी क परिदृश्य भले ही निराशाजनक हो , तमाम प्रतिकूल परिस्थिति क बीच प्रशासनिक भागीदारी में सफलता उत्साहवर्धक अछि |
एक अन्य प्रश्न क उत्तर दैत मिश्र कहलैन्ह जे ब्राह्मण क दुःस्थिति क राज्यवार विश्लेषण कयनाई बेकार छी | पूर्व सं पश्चिम , उत्तर सं दक्षिण सगरे ब्राह्मण अपन अस्मिता आ अस्तित्व क औचित्य लेल संघर्ष कय रहलाह | एहि संदर्भ में अपन हालिया कर्नाटक यात्रा के मोन पाडै़त ओ कहलैन्ह जे ओतय एकटा मंदिर क रक्षार्थ एकजुट ब्राह्मण के सरकार सामाजिक दबाव में विधानसभा सं कानून पारित कराय पराभूत कयलक |
मिश्र के मानी त राजनीतिक दल सब ब्राह्मण क सीधा – साधा होयबाक फायदा उठबैछ | देश क विभिन्न राज्य क ब्राह्मण आबादी क अनुमानित आंकडा़ क सहारे विश्लेषण करैत ओ उत्तरप्रदेश चुनाव क अद्यतन स्थिति साझा कयलैन्ह | उल्लेखनीय अछि जे प्रदेश में सुश्री मायावती सं लय अखिलेश , कांग्रेस आदि ब्राह्मण चेहरा क कुत्सित राजनीति करबा लेल व्यग्र बुझाईछ |
एक अन्य प्रश्न क उत्तर में हुनकर माननाई रहैन जे दक्षिण में पेरियार वा उत्तर में लालू सं बेसी ब्राह्मण अपन अहित अपनहिं कयलैन्ह | एकर कारण अति बौद्धकता संबंधित प्रश्न क उत्तर में स्पष्ट उत्तर सं बंचैत , ” भय सकैये ‘ कहि चूप भय गेलाह |
मिश्र कहलैन्ह जे भारते नहिं नेपाल क ब्राह्मण समाज में सेहो ई आश्चर्यजनक विसंगति समान रूप सं द्रष्टव्य अछि |
आब बारी आएल समाधान क त तरुण मिश्र कहलैन्ह जे वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सब ठाम सब राज्य में व्यवहारिक समाधान लेल ब्राह्मण कल्याण परिषद क गठन कय अवसर सं वंचित भय रहल अई प्रबुद्ध सामाजिक इकाई के समग्र राष्ट्रीय विकास क अवयय बनाओल जा सकैछ |