
मुख्यमंत्री ने संतों संग किया भोजन, संत समाज हुआ गद्गद्, सीएम ने किया संतों का सम्मान
मथुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार दोपहर थोड़ी देरी से श्रीकृष्ण भगवान की नगरी वृंदावन पहुंचे जहां उन्होंने संत-महंत व भागवतवक्ता और तीर्थ पुरोहितों के साथ भोजन किया तथा संतों का सम्मान किया। इस अवसर पर 500 संतों ने समागम में भाग लिया और सीएम के साथ भोजन किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को भगवान श्रीकृष्ण के द्वार पहुंचे। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी की नगरी वृंदावन में कुंभस्थल पर आयोजित हो रहे ब्रज रज उत्सव का शुभारंभ करने से पहले मुख्यमंत्री ने संतों के साथ भोजन किया। पवन हंस हेलीपैड पर उतरने के बाद वे सीधे पर्यटन सुविधा केंद्र पहुंचे। यहां संतों के साथ समागम करने के बाद अपने संबोधन की शुरुआत राधे रानी, यमुना महारानी और सब संतन की जय के साथ की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी इच्छा थी कि जब पावन भूमि पर आऊं तो संतों का सानिध्य मिले। संतों के सानिध्य से कठिन से कठिन चुनौती महोत्सव में बदलती है। हमने कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक की थी। हमारे कार्यक्रम पर बिहारी लाल की कृपा हुई कि कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ। उस दौरान कोई कोरोना का संकट नहीं रहा। इसके बाद जय श्रीराम के जयकारे के साथ संबोधन समाप्त हुआ। मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व ही टीएफसी में संतों को भोजन प्रसाद के लिए कतार में बैठाया दिया गया था। इसके बाद उन्होंने करीब 500 साधु-संतों के साथ प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद ग्रहण करते हुए योगी आदित्यनाथ ने साथ बैठे साधु संतों से उनका हाल-चाल भी जाना। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सभी संतों को अपने हाथों से भोजन प्रसादी वितरित कर संतों के साथ स्वयं ने प्रसाद ग्रहण किया। वहीं मंच पर ध्रुपद गायक आनंद कुमार मलिक एवं साथियों ने ध्रुपद धमार गायन किया गया। पूरे परिसर में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। सभी संतों समेत अन्य लोगों को मेटल डिटेक्टर से चेकिंग के बाद ही अंदर प्रवेश दिया गया।