
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश ने संतों को कराया भोजन किया सम्मान
ब्रज ऐसा धाम है, जिसकी रज छूने मात्र से बैकुंठ की प्राप्ति होती : सतीश चन्द्र मिश्रा
मथुरा। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा शुक्रवार को वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने साधु-संतों का पूजन सम्मान किया। बसपा महासचिव ने संत-महंतों और धर्माचार्यों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने जहां बसपा सरकार के कार्यकाल में मथुरा-वृंदावन में किए गए विकास कार्यों को गिनाया। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि ब्रज ऐसा धाम है, जिसकी रज छूने मात्र से बैकुंठ की प्राप्ति होती है, लेकिन इस पवित्र स्थान पर भी इतनी समस्याएं हैं। यहां न तो पानी की लाइन है और न ही सीवर लाइन। बिजली की समुचित व्यवस्था नहीं है। यहां की गलियां खस्ताहाल हैं, जबकि लाखों की तादाद में श्रद्धालु यहां आते हैं। कृषि कानूनों की वापसी को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए इसे चुनावी स्टंट करार दिया।
वृंदावन नगर के श्यामाश्याम धाम में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा पर संतों के सान्निध्य में पहुंचे बसपा महासचिव सतीशचंद्र मिश्र ने कहा इतने दिनों से कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लिया गया था? इन कानूनों की वापसी के लिए कई किसानों ने अपनी जान गंवा दी। एक साल से अधिक समय से किसान कृषि कानूनों की वापसी के लिए संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि हो सकता केवल चुनाव के चार महीने के लिए ही ये तीनों कानून वापस लिए गए हों। उन्होंने कहा वे यहां राजनीति करने नहीं आए हैं। हम तो कार्तिक पूर्णिमा पर विप्रों, धर्माचार्यों और संतों का आशीर्वाद लेने और ठा. बांकेबिहारीजी का पूजन करने के लिए आए हैं। कहा जब 2007 जब हम सत्ता में आए तो वृंदावन की हालत बदतर थी। परिक्रमा मार्ग की दुर्दशा, जल, सीवर की लाइनें नहीं थीं।