आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री संचारी अभियान को बनायें सफल : मुख्य विकास अधिकारी

 

विद्यालयों में मच्छर रोधी वृक्ष एवं दवाओं का उपयोग करें

 

आशा आंगनबाड़ी कार्यकत्री घर-घर जाकर संचारी रोग की लें जानकारी

 

18 अक्टूबर से 17 नवम्बर तक संचारी अभियान चलेगा

 

मथुरा। मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 नितिन गाडै़ ने कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा दस्त अभियान की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि संचारी रोक के प्रभाव को कम करने के लिए विद्यालयों में ऐसे वृक्ष लगाये जो मच्छर रोधी हों तथा दवाओं का उपयोग करें। उन्होंने नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायतों में साफ-सफाई, फॅगिंग, कचरा निकासी, असुरक्षित जलस्त्रोतों का चिन्हिकरण, हैण्डपम्प की मरम्मत आदि का विशेष ध्यान रखने पर जोर देते हुए कहा कि कोई भी ऐसा स्थान न रहे, जहां पानी एकत्रित हो। उन्होंने ग्राम पंचायतों से टूटी हुई नालियों को ठीक कराने, झाड़ियों को कटवाने तथा पोखरों को भी साफ रखने के निर्देश दिये।

सीडीओ ने स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों को निर्देश दिये कि विभागों के बीच समन्वय हेतु नोडल विभाग, संचारी रोगों का सर्विलांस, उपचार व्यवस्था, आशा द्वारा घर-घर जाकर दस्त देना, रोगी वाहन निःशुल्क सेवा, वैक्टर सोर्स रिडक्शन, मॉनीटरिंग तथा रिर्पोटिंग करें।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 नितिन गौड़ ने आशा एवं आंगनबाड़ियों को निर्देश दिये कि 18 अक्टूबर से 17 नवम्बर तकक चलाये जाने वाले विशेष संचारी रोग अभियान के अन्तर्गत घर-घर जाकर रोगियों की स्थिति की जानकारी लें। उन्होंने कहा कि बुखार में ठण्ड लगती है, तो मलेरिया, बुखार में बदन पर दब्बे दिखाई देते हैं, तो डेंगू, बुखार में दर्द का एहसास होता है, तो चिकिन गुनिया की शिकायत हो सकती है। उन्होंने कहा कि खांसी ज्यादा समय रहने, बलगम के साथ खून आना जैसे रोगियों की पहचान करें, जिससे क्षय रोगियों की पहचान हो सके।

श्री गौड़ ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन का भी घर-घर जाकर पता लगायें कि कोई भी व्यक्ति न छूटा हो। कोविड-19 वैक्सीन लगवाने से बच्चों की भी सुरक्षा होगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन नहीं लगवायी है, उनको घर-घर जाकर जागरूक करें। उन्होंने कहा कि नगर निगम तथा जल निगम शुद्ध जल की सप्लाई करें, बायोमेडिकल, बैक्टीकल का परीक्षण भी करायें। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिये कि सभी विद्यालयों में विशेष संचारी रोग से संबंधित बच्चों को जानकारी दें, यदि किसी में बुखार के लक्षण हैं, तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती करें और छात्र-छात्रों के अभिभावकों को भी जागरूक करें। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन स्थानों पर जानवर रह रहे हैं, उन स्थानों पर सफाई रखने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करें, लेप्टोस्पायिरोसिस तथा स्कब टाईफस इत्यादि पशुजनित रोग आदि पर ध्यान दें।

सीडीओ ने ब्लॉक टास्कफोर्स को समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, दिव्यांगजन कल्याण विभाग, समाज कल्याण विभाग, कृषि विभाग एवं सिचांई के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस अभियान को शत-प्रतिशत सफल बनाने में अपनी-अपनी भूमिका निभायें।

 

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