
सांसद हेमा मालिनी ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर की कार्यक्रम की अध्यक्षता
रिफाइनरी ने दिव्यांगजनों को वितरित किए मोटराइज्ड ट्राईसाइकिल
मथुरा। मथुरा रिफाइनरी अपनी स्थापना के बाद से ही स्थानीय समुदाय के उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत रिफाइनरी ने सदैव ही समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व को निभाया है। इसी क्रम में शुक्रवार के दिन मथुरा रिफाइनरी ने दिव्यांगजनों हेतु भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के सहयोग से 135 दिव्यांगजनों को दो दिवसीय बैटरी चलित ट्राईसाईकिल का वितरण किया। कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल माध्यम से जुड़ी मथुरा की सांसद हेमा मालिनी व जनप्रतिनिधियों ने रिफाइनरी द्वारा किए जा रहे जनकल्याण कार्यों की जमकर प्रशंसा की। मथुरा रिफाइनरी द्वारा दिव्यांगजनो के लिए आयोजित एक विशेष कार्यक्रम की वर्चुअल माध्यम से अध्यक्षता मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने की।
इस अवसर पर मथुरा रिफाइनरी के सामाजिक कल्याण के कार्य की सराहना करते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए यह एक अत्यंत पुण्य कार्य है और हम सभी को इसके लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि वे अपनी सांसद निधि से निरंतर दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए उपकरण प्रदान करती रहती हैं और उन्हें यह जानकर हर्ष होता है कि मथुरा रिफाइनरी भी दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए कटिबद्ध है। इससे पूर्व, कार्यक्रम में हेमा मालिनी, विधायक पूरन प्रकाश, विधायक कारिंदा सिंह व सभी दिव्यांग लाभार्थियों और उनके परिवारजनों का स्वागत करते हुए मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख आशिस कुमार माइति ने कहा कि मथुरा रिफाइनरी ने अपने उद्भव काल से ही सामाजिक कल्याण के कार्य किए हैं और समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई है । रिफाइनरी प्रमुख ने कहा कि इसी क्रम में रिफाइनरी ने सीएसआर के माध्यम से दिव्यांगजनों को मोटराइज़्ड ट्राईसाईकिल वितरित कर उन्हे आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक महत्व्पूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी मथुरा रिफाइनरी इसी तरह समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराती रहेगी । इस कार्यक्रम में पूरन प्रकाश व कारिंदा सिंह भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे। सभी को सम्बोधित करते हुए कारिंदा सिंह ने रिफाइनरी के कार्यो की प्रशंसा की और कहा कि मथुरा जनपद के विकास में रिफाइनरी का महत्वपूर्ण योगदान है। कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान मे रखते हुए 135 दिव्यांग लाभार्थियो को दो दिनों मे बैटरी चलित ट्राईसाईकिल का वितरण किया जाएगा।