
रालोद-सपा प्रत्याशी आमने-सामनेःमांट सीट न बन जाए गठबंधन में दरार
सपा से संजय लाठर तो रालोद से योगेश ने किया नामांकन
मथुरा। विस चुनाव में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन के बाद दोनों दल अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर रहे हैं। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के बाद से रालोद और सपा में विद्रोह के सुर सामने आने लगे हैं। मथुरा की मांट विधानसभा सीट से रालोद और सपा दोनों दलों के प्रत्याशियों ने अपना-अपना नामांकन दाखिल कर दिया। जिसके बाद गठबंधन में दरार आने की आशंका बढ़ गई है।
गौरतलब हो कि मथुरा की मांट विधानसभा सीट से दो दिन पहले राष्ट्रीय लोकदल के योगेश नौहवार ने अपना नामांकन दाखिल कर सभी को अचंभित कर दिया था। जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे कि हो सकता है यह सीट रालोद के खाते में चली गयी हो। लेकिन गुरुवार को जब सपा के संजय लाठर ने अपना नामांकन दाखिल किया तो सपा – रालोद में तकरार की चर्चाएं तेज हो गई। गठबंधन के बाद मथुरा की 5 विधानसभा सीट में से 3 गोवर्धन,छाता और बल्देव रालोद के खाते में गई तो मथुरा और मांट समाजवादी पार्टी के खाते में। गठबंधन के बाद रालोद ने छाता से पूर्व मंत्री तेजपाल सिंह, गोवर्धन से प्रीतम सिंह और बल्देव से बबिता देवी को अपना प्रत्याशी बनाया। वहीं सपा ने शहर से हाथरस के पूर्व विधायक देवेंद्र अग्रवाल को और बाद में मांट सीट से संजय लाठर को प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा की। मांट सीट से रालोद नेता योगेश नौहवार ने दो दिन पहले अपना नामांकन दाखिल किया और उसके साथ बी फॉर्म भी। इसके बाद सपा नेता संजय लाठर ने भी पार्टी द्वारा दिया गया बी फॉर्म दिखाया और गुरुवार को नामांकन दाखिल कर दिया। इससे पहले बुधवार की देर शाम रालोद नेता योगेश नौहवार से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की। जिसमें लिखा- पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने दिल्ली बुलाया और नामांकन वापस लेने के लिए आदेश दिया है जनता की शरण मे हूं। इस पोस्ट के बाद लगा अब विवाद थम जाएगा। रालोद प्रत्याशी योगेश नौहवार ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने 4,5 दिन पहले बुलाकर सिंबल दिया और बोला जाओ जाकर चुनाव लड़ो। उस समय समर्थक भी मौजूद थे जिसके बाद जश्न मनाया। उसके बाद पर्चा भरा पर्चा भरने के दूसरे दिन खबर आई कि पर्चा वापस ले लीजिए। इस पर स्पष्ट कह दिया कि नहीं लूंगा। योगेश नौहवार ने बताया कि उन्होंने हाई कमान से स्पष्ट कर दिया है कि अगर जयंत चौधरी या चारु चौधरी वहां से चुनाव लड़ेंगे तो वह पर्चा वापस ले लेंगे। इसके अलावा वह किसी कीमत पर पर्चा वापस नहीं लेंगे। रालोद प्रत्याशी द्वारा पर्चा वापस न लेने पर समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी संजय लाठर ने बताया कि पहले वह सीट रालोद के खाते में थी बाद में गठबंधन में सपा के खाते में आ गई। रालोद प्रत्याशी को राष्ट्रीय लोकदल का राष्ट्रीय नेतृत्व समझाने में लगा है।