
रोडवेज बस में ज्वलनशील पदार्थ सोल्यूशन रखे होने से लगी थी बस में भीषण आग
तोशिबा कंपनी के जीएम शैलेश उपाध्याय (52) निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़ जिंदा जल गए थे।
फरार दोषी बस चालक और परिचालक के खिलाफ गैरइरादन हत्या का मामला हुआ दर्ज, पुलिस गिरफ्तारी के लिए जुटी
मथुरा। शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पुराने बस अड्डे पर सोमवार रात बस में लगी भीषण आग में तोशिबा कंपनी के जीएम शैलेश उपाध्याय (52) निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़ जिंदा जल गए थे। मंगलवार को उनकी शिनाख्त हुई है। वहीं जांच में सामने आया है कि बस के अंदर ज्वलनशील पदार्थ सोल्यूशन मुख्य कारण रहा है। चालक और परिचालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है, कोतवाली पुलिस ने फरार चालक और परिचालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करते हुए उनकी गिरफ्तारी के प्रयासों में जुटी हुई है। बस में लगी आग से जिंदा जलकर मरने की खबर पर अलीगढ़ परिवहन निगम के अफसर मथुरा पहुंच गए। अलीगढ़ के आरएम परवेज, एसएम विनोद कुमार और बुद्ध विहार डिपो के एआरएम योगेंद्र पाल सिंह भी पुराने बस अड्डे पहुंचे। यहां पर मामले की पूरी जानकारी जुटाई। मामले की पूरी रिपोर्ट आगरा के आरएम मनोज पुंढीर को भी भेजी है।
गौरतलब हो कि पुराने बस अड्डे में सोमवार रात में बस में लगी भीषण आग का कारण ज्वलनशील पदार्थ सोल्यूशन बताया जा रहा है। परिवहन निगम के एआरएम नरेश चंद गुप्ता ने बताया कि जांच में यह तथ्य सामने आया है। बताया जा रहा है कि सोल्यूशन का उपयोग रबड़ की चीजों को चिपकाने में किया जाता है। जूते-चप्पल चिपकाने और पंक्चर जोड़ने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा बस में पेंट व थिनर भी रखा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक स्कूटी सवार युवक ने अलीगढ़ से आई इस बस में चालक और परिचालक की मदद से सोल्यूशन की केन को बस के बोनट पर रखवाया था। अलीगढ़ से उसी समय आई बस का बोनट गर्म होने के कारण उसमें से आवाज आने लगी। इस पर उसे नीचे धकेल दिया। इससे बोतल का ढक्कन खुल गया और सोल्यूशन बस में फैलने लगा। एआरएम ने बताया कि शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी की जद में सोल्यूशन आने से आग ने विकराल रूप ले लिया। आग के कारण बस में फंसे तोशिबा कंपनी के जीएम शैलेश उपाध्याय (52) निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़ जिंदा जल गए थे। मंगलवार को उनकी शिनाख्त हुई। शैलेश अपने भांजे रुद्राक्ष के जनेऊ संस्कार में शामिल होने वृंदावन आए थे। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वह अलीगढ़ जाने के लिए मथुरा के पुराने बस अड्डे पहुंचे। यहां बुद्ध विहार डिपो की अनुबंधित बस में सवार हो गए। बस में आग लगने पर वह निकल नहीं पाए, जिससे जलकर उनकी मौत हो गई।
वहीं आग के मामले में स्टेशन प्रभारी प्रेम सिंह ने चालक तेजवीर सिंह और परिचालक सुरेश के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। आग लगने के बाद फरार हो चुके दोनों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
शहर कोतवाल विजय कुमार सिंह ने बताया कि गैर इरादतन हत्या(आईपीसी की धारा 304) और ज्वलनशील पदार्थ(आईपीसी की धारा-285) में मुकदमा दर्ज हो गया है। जल्द ही चालक और परिचालक को गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल दोनों की तलाश में अलीगढ़ में दबिश दी जा रही हैं।