
राष्ट्रीय लोक अदालत का हाईकोर्ट मुख्य न्यायमूर्ति ने किया शुभारंभ
स्थान रिक्त होने पर सात दिन में स्थानांतरित होगी क्लेम कोर्ट
सकारात्मक सोच के साथ बैंक अधिकारी करें मामलों का निस्तारण : मुख्य न्यायाधीश
मथुरा। उच्च न्यायालय इलाहाबाद के मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करने के बाद मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल का मौके पर जाकर वादकारियों व अधिवक्ताओं को हो रही असुविधा का जायजा लिया। मथुरा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल ने शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदलात में स्वयं वादकारियों की सुनवाई कर मामलों का निस्तारण करवाया। वह स्वयं करीब-करीब सभी बैंक के काउंटरों पर पहुंचे और वहां मौजूद वादकारियों की समस्याओं को सुना। उन्होंने बैंक अधिकारियों को वादकारियों के प्रति समाकारत्मक सोच के साथ काम करने के निर्देश दिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ वादकारियों को जो भी रिलीफ दे सकते हैं वह दें। हमारे पास काफी पारवारिक विवाद हैं, जिनमें हमने देखा है कि जब परिवार का केस शुरू होता है, तो उनमें तेजी से वृद्धि होती है। लोक अदालत का शुभारंभ करने के बाद उन्होंने न्यायालय परिसर में पौधरोपण भी किया। इस दौरान उनके साथ विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रशासनिक न्यायमूर्ति मथुरा राजीव जोशी के अलावा राष्ट्रीय लोक अदालत के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश राजीव भारती, राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी एडीजे देवकांत शुक्ल के अलावा सभी न्यायिक अधिकारी और अधिवक्ता मौजूद रहे। राष्ट्रीय लोक अदालत के शुभारंभ से पूर्व प्रयागराज उच्च न्यायालय मुख्य न्यायाधीश द्वारिकाधीश मंदिर के दर्शन करने भी गए। मुख्य न्यायमूर्ति राजेश बिंदल के द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ करने के बाद मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल का मौके पर जाकर वादकारियों व अधिवक्ताओं को हो रही असुविधा का जायजा लिया।
उन्होंने अधिवक्ता की कोर्ट स्थानांतरित करने की मांग को उचित मानते हुए एक सप्ताह में जिला न्यायालय परिसर में एक सप्ताह में स्थानांतरित करने का भरोसा दिया।