
इलेक्टोरल बांड योजना आजाद भारत में चुनावी चंदे की सबसे बड़ी भ्रष्ट योजनाः भगवान सिंह
मथुरा।भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, राष्ट्रीय महाराचिव अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मंत्री के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी मथुरा के अध्यक्ष चौधरी भगवान सिंह वर्मा ने जिला कार्यालय सेठवाड़ा पर भाजपा के चुनावी चंदा मोटाले पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया। जिला कांग्रेस कमेटी मथुरा के अध्यक्ष चौधरी भगवान ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा 02 जनवरी 2018 से अधिसूचित इलेक्टोरल बांड योजना आजाद भारत में चुनावी चंदे की सबसे बड़े भ्रष्ट योजना बन गई है। भाजपा द्वारा सफेद तरीके से काला धन एकत्र करने की एक अपारदर्शी योजना बनाई गई। जो सरकारी शक्ति के दुरूपयोग का एक नायाब नमूना बन गई है। 15 फरवरी 2024 को सर्वोच्च न्यायालय के पांच न्यायमूर्तियों की एक पीठ ने इस योजना को एक मत से असंवैधानिक करार देते हुए खारिज कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने शुरू से
ही इस चंदे के काले धंधे का विरोध किया था, हमने बार-बार कहा कि यह योजना भाजपा सिर्फ अपने फायदे के लिए और चुनावी चंदे में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए ला रही है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस योजना को खारिज करने के बाद कांग्रेस पार्टी का मत सत्य साबित हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने इस योजना पर ताला लगाकर यह सिद्ध कर दिया कि भाजपा चोर दरवाजे से चंदे के धंधे का काला खेल कर रही थी यही नहीं मोदी सरकार एसबीआई को कोर्ट के आदेश के
बाद भी इलेक्टोलरल बांड से सम्बन्धित सूचना को साझा करने से रोक रही थी। सरकार सारी सूचना को आगामी 30 जून तक यानी चुनाव सम्पन्न होने तक छुपाने का प्रवल कर रही थी लेकिन कोर्ट के दबाव के बाद जब एसबीआई को इलेक्टोरल बाण्ड से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करनी पड़ी तो भाजपा की चार भष्ट नीतियां उजागर हुई। प्रेस वार्ता के दौरान किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ठाकुर नरेश पाल सिंह जसावत जिला उपाध्यक्ष राजू अब्बासी
दीपक पाठक राधा मोहन शर्मा जगदीश शर्मा विजय सिंह लोधी ठाकुर बदन सिंह ठाकुर दास महाराज बनवारी लाल सैनी अखलाक चौधरी कन्हैयालाल शर्मा वाकुर भगवान सिंह संजीव वर्मा ठाकुर हरिओम सोलंकी पंकज चौधरी पवन उपाध्याय ठाकुर गिर्राज सिंह चौधरी हरवीर सिंह महावीर सिंह गुर्जर कृष्णकांत रावत लक्ष्मण शर्मा नरेंद्र शर्मा धर्मेंद्र बघेल कुंवर युवराज प्रताप सिंह कुंवर दुष्यंत प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।