
वृंदावन के मुक्ताकाशीय मंच पर पहली बार होगा राजा देवी सिंह नाट्य मंचन
गीता शोध संस्थान में चल रही बाल रंग कार्यशाला के समापन पर मंचन की तैयारियां तेज, मंचन 29 को सायं
मथुरा। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, जिला पर्यटन मथुरा और भारतेन्दु नाट्य अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में गीता शोध संस्थान वृन्दावन के सभागार में 4 जून से चल रही बाल रंग कार्यशाला के समापन पर 29 जून को सायं 6.30 बजे ब्रज के महान क्रांतिकारी राजा देवी सिंह के जीवन पर नाट्य मंचन होगा। जिन बच्चों ने कार्यशाला में अभिनय सीखा है, वे सभी इस मंचन में अलग-अलग पात्र की भूमिका निभाएंगे।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1857 में क्रांतिकारी राजा देवी सिंह ने ब्रज में अंग्रेजों से टक्कर ली थी। उनके डर से अंग्रेज कलेक्टर थारर्निल भाग गया था। बाद में अंग्रेजों ने थाने के पीछे राजा देवी सिंह को फांसी पर चढ़ा दिया था। इस मंचन का अब रोजाना ही रिहर्सल हो रहा है।
बाल रंग कार्यशाला में बच्चों को अभिनय का प्रशिक्षण नाट्य अकादमी के प्रशिक्षक विभांशु वैभव व उनके सहायक श्री राघवेन्द्र सिंह दे रहे हैं।
पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा की देखरेख में गीता शोध संस्थान के सभागार में यह प्रशिक्षण चल रहा है।
प्रशिक्षण में भाग ले रहे बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए सर्जन डॉ सुरेंद्र मोहन शर्मा रविवार को गीता शोध संस्थान पहुंचे। इस अवसर पर पर्यटन अधिकारी शर्मा ने प्रशिक्षण के संबंध में उन्हे विस्तृत जानकारी दी।
इससे पूर्व प्रशिक्षण का अवलोकन करने के लिए शिक्षा जगत से जुड़े पद्मम नाभ गोस्वामी, राजकीय संग्रहालय के पूर्व निदेशक एसपी सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी देवेंद्र पाल, ब्रज संस्कृति शोध संस्थान के निदेशक लक्ष्मी नारायण तिवारी, गोपाल शरण, साहित्यकार देवी प्रसाद गौड़ समेत अनेक गणमान्य पहुंचे।
पर्यटन अधिकारी डीके शर्मा ने बताया कि मंचन 29 जून को बुधवार को शाम 6:30 बजे गीता शोध संस्थान परिसर में तैयार मुक्ताकाशीय मंच पर प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसके लिए लाइटिंग आदि की व्यवस्था पूर्ण की जा रही है। हर प्रशिक्षित बच्चे को मंचन में अपनी भूमिका निभानी है। अभिभावकों से कहा गया है कि वे सभी अपने बच्चों का मंचन देखने के लिए अवश्य पहुंचे।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के संस्कृति विशेषज्ञ डॉ. उमेश चन्द शर्मा, गीता शोध संस्थान की शोध समन्वयक डॉ. रश्मि वर्मा, संस्थान के दूसरे समन्वयक चंद्र प्रताप सिंह सिकरवार और कार्यालय सहायक दीपक शर्मा को इन व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
राजा देवी सिंह के नाट्य मंचन के लिए बच्चे बेताब
वृंदावन। वर्ष 1857 के शहीद राया के ग्राम अचरू निवासी राजा देवी सिंह की शौर्य गाथा पर आधारित यह नाट्य मंचन होगा। भारतेंदु नाट्य अकादमी की बाल रंग कार्यशाला में उत्साह और लगन देखी जा रही है। वह पल-पल अपना मंचन प्रस्तुत करने के लिए बेताब हैं।