
प्रशासनिक दबाव से परेशान 13 स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों ने दिया सामूहिक त्यागपत्र
मथुरा वृंदावन में प्रशासनिक दबाव के कारण जिले जनपद के 13 पीएचसी और सीएचसी प्रभारियों ने सामूहिक त्यागपत्र मंगलवार शाम को सीएमओ को भेजा है। इसके बाद अधिकारी नाराज डॉक्टरों को मनाने में लग गए हैं। बताया जा रहा है कि बीते लगभग दो माह से सरकारी योजनाओं को पूरा करने के लिए डॉक्टरों पर दबाव की स्थिति बनी हुई है। योजनाओं में कमी के बाद उनका वेतन काटा जा रहा है। ऐसे में डॉक्टरों को मानसिक और आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। चिकित्सकों के अनुसार, वर्तमान में जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न समीक्षा बैठकों में स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी परियोजनाओं के अंतर्गत 100 प्रतिशत उपलब्धि हेतु अनुचित दबाव बनाया जा रहा है। जिसके चलते सभी चिकित्सा अधीक्षकों को कार्य करने में विभिन्न परेशानियों व अनुचित तरीके से पिछले तीन माह का वेतन रुक जाने से पारिवारिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। त्यागपत्र में कहा गया है कि सभी चिकित्सक अपने संपूर्ण स्टाफ के साथ कोविड काल से ही लगातार अवकाश के दिनों में भी अपनी सेवाएं निरंतर देते आ रहे हैं। सभी 7 दिसंबर से अपने चिकित्सा अधीक्षक के पद से सामूहिक इस्तीफा देते हैं।
इसकी एक प्रति जिलाधिकारी मथुरा, एडी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मंडल आगरा और महासचिव एवं अध्यक्ष प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ, लखनऊ को भेजी गई है। त्यागपत्र में वृंदावन सीएचसी प्रभारी विनायक सिंह, गोवर्धन प्रभारी बीएस सिसौदिया, कोसीकलां प्रभारी गजेंद्र सिंह, डॉ. संदीप चौधरी, डॉ. सोनू चतुर्वेदी, डॉ. राकेश, डॉ. मनोज वशिष्ठ, डॉ.रामवीर, डॉ.शैलेन्द्र, डॉ. विनायक प्रताप सिंह, डॉ.अरविंद, डॉ.तुलाराम शामिल हैं। डॉ.संदीप द्वारा वीडियो वायरल कर इसकी जानकारी दी गई।