श्री कृष्‍ण जन्‍मभूमि शाही ईदगाह विवाद में संतों ने बनाई रणनीति, सार्वजनिक होंगे जन्‍मस्‍थान से जुड़े दस्‍तावेज

 

 

मथुरा:शहर के होटल शीतल रेजेंसी में रविवार श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास की बैठक हुई। जिसमें श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने की रणनीति बनाई गई। बैठक में न्यायिक प्रक्रिया के अलावा किस तरह से श्रीकृष्ण जन्मभूमि की जगह पर बनी शाही ईदगाह को हटाया जाए।इस दौरान बैठक में मथुरा वृंदावन के साधु संत और महामंडलेश्वरों के अलावा हिंदूवादी संगठनों ने श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास का समर्थन किया। वहीं अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि की भूमि से जुड़े हुए साक्ष्य भी प्रस्तुत किए।

 

श्रीकृष्ण जन्मभूमि को विवाद को लेकर रविवार को मथुरा में साधु-संतों ने बैठक की। इस दौरान साधु-संतों ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि के अहम दस्तावेज सभी के सामने रखे। साथ ही सवाल उठाया कि आखिर कब तक परीक्षा देनी होगी। अभी राम मंदिर नहीं बना, पर रामचरित मानस की प्रतियां जलाई जा रही हैं। इसलिए संविधान में बदलाव कर समान नागरिक संहिता कानून बनाने की जरूरत है।

 

महामंडलेश्वर नवल योगी महाराज ने कहा, ”5256 साल से साक्ष्य दे रहे हैं फिर भी प्रमाण पूरे नहीं हुए। शर्म की बात है कि सनातन धर्म को अपने मंदिर के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है। किसी ने जबरन घर में घुसकर कब्जा किया और हम साक्ष्य देते फिर रहे हैं।”

 

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि की जमीन पर औरंगजेब ने कब्जा कर शाही ईदगाह बनाई है। शाही ईदगाह जहां बनी है, वह जगह आराध्य भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है और भगवान का असली गर्भगृह है।”

 

श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष और अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि औरंगजेब ने शाही ईदगाह को अवैध रूप से बनाया था। हमारे भगवान कृष्ण के गर्भ ग्रह को तोड़कर हिंदुओं की आस्था पर प्रहार किया। श्री कृष्ण के विग्रहों को ले जाकर आगरा की जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दफन करा दिया था। अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आज भी हम हिंदुओं के दिलो-दिमाग में यह अवैध अतिक्रमण और औरंगजेंब की काली करतूत टीस पहुंचाती है। अभी हाल में ही शाही ईदगाह में विद्युत विभाग ने छापामार कार्यवाही की थी और विद्युत चोरी की रिपोर्ट भी दर्ज हुई थी। अगर इन लोगों के पास शाही ईदगाह से संबंधित दस्तावेज होते तो यह बिजली का कनेक्शन करा लेते। अब तक अरबों रुपए की यह बिजली चोरी कर चुके हैं।

 

संत वेदानंद गिरी महाराज ने कहा, ”परीक्षा तब तक देनी होगी, जब तक संविधान में संशोधन नहीं होता। अभी राम मंदिर नहीं बना है। उससे पहले रामचरित मानस की प्रतियां जला रही हैं इसलिए समान नागरिक संहिता कानून बनना चाहिए।”

 

धर्माचार्य आचार्य बद्रीश ने कहा, ”भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो, मुस्लिम दूसरे दर्जे के नागरिक हों।” वहीं, संत मोहिनी शरण महाराज ने कहा, ”घर-घर जाकर अलख जगाने की जरूरत है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए सभी एकत्रित हों।”

 

बैठक में संत गोविंदानंद महाराज, महामंडलेश्वर नवल योगी महाराज, संत डॉक्टर आदित्यानंद महाराज, संत सत्यमित्रानंद महाराज, संत गंगा शरण महाराज, संत वेदानंद गिरी महाराज, संत देवानंद महाराज, अखिल भारत हिंदू महासभा की जिलाध्यक्ष छाया गौतम, सरोज शर्मा , इस्कॉन के रखाल दास सहित कई लोग उपस्थित हैं।

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