राहत शिविर में पीड़ित लोगों की सेवा में जुटा प्रशासन

 

वृन्दावन । यमुना के जलस्तर में हुई बेतहासा वृद्धि से सैकड़ों मकान जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ ने मथुरा के एक परिवार को बेबस कर दिया है।चार सदस्यों के इस परिवार पर दोहरी मार पड़ी है। इस परिवार के मुखिया को पहले लकवा मारा तो अब यमुना के पानी ने घर डूबो दिया। अब परिवार बाढ़ राहत शिविर में हैं और पत्नी बच्चों के साथ पति का ख्याल रख रही है। यमुना के विकराल रूप में 400 से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में पहुंचा दिया है। जब विधायक श्री कांत शर्मा ने राहत शिविर का जायजा लिया तो यहां एक परिवार मिला। पति लेटा हुआ था और पत्नी उन्हें खाना खिला रही थी।जानकारी करने पर पता चला यह परिवार पानीघाट क्षेत्र का रहने

इसके बाद उषा ने परिवार चलाने की जिम्मेदारी अपने कंधो पर ली।वाला है जो घर डूब जाने के कारण राहत शिविर में रह रहा है। उषा ने बताया उसके एक बेटा एक बेटी है। 4 वर्ष पहले पति जयप्रकाश को लकवा मारा तो परिवार के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया।उषा ने घरों में काम करना शुरू किया और परिवार का पालन घोषण करने लगी । उषा पति का भी ख्याल रखती हैं और परिवार का भी उषा ने बताया कि किसी तरह परिवार का पालन पोषण चल रहा था। लेकिन यमुना में आई बाढ़ ने सड़क पर ला कर खड़ा कर दिया।फिर खाने तक का संकट हो गया। किसी तरह प्रशासन की टीम पानी से घिरे मकान से निकाल कर लाई और राहत शिविर में आ गए। यहां खाना पीना मिल रहा है लेकिन जब बाढ़ का पानी उतरेगा और फि र वापस घर जायेंगे तो परिवार का पालन कैसे होगा यह पता नहीं।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button 

विज्ञापन बॉक्स
विज्ञापन बॉक्स

Related Articles

Close
[avatar]