
आजमगढ चिल्डन गर्ल्स स्कूल घटना में शिक्षक और प्रधानाचार्या की गिरफ्तारी के विरोध में उतरे शिक्षक संगठन
मथुरा । आजमगढ़ चिल्ड्रन गर्ल्स स्कूल में एक छात्रा द्वारा बैग की तलाशी के दौरान मोबाइल फोन पकड़े जाने पर विद्यालय में खुदकुशी करने की घटना का प्रिंसिपल और शिक्षक को दोषी मानते हुए उसके खिलाफ धारा 306 के तहत की गयी गिरफ्तारी के विरोध में शिक्षक संगठन सड़क पर उतर आये है। शिक्षकों द्वारा अपने-अपने तरीके से प्रिंसीपल की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठायी जा रही है।इस क्रम में बाल शिक्षा प्रबन्ध सतिति मथुरा के बैनर तले जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए न्यायोचित निर्णय लिये जाने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल अर्पित जादौन, राजीव कुमार राठौर, रिंकू शर्मा, बलराज सिंह लोधी चेतन प्रजापति अमित पाण्डे आदि का कहना है कि आज बच्चों को कुछ भी कहने में शिक्षक डरते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि बच्चे ने यदि कोई भी गलत कदम उठा लिया तो दोष उन्हीं के ऊपर आएगा।आज समाज का प्रत्येक वर्ग आज की जनरेशन यानी कि छात्र-छात्राओं में मूल्यों की गिरावट की बात करता है और उसके लिए दोषी कौन है समाज के लोग, या स्वयं अभिभावक जोकि अपने बच्चों को समय नहीं देते, उनका ख्याल नहीं रखते और समय से पहले वह सभी चीजें उपलब्ध करा देते हैं जिनकी बच्चों को कतई आवश्यकता नहीं है। समिति पदाधिकारियों का कहना है कि निसंदेह जिस परिवार ने अपने बच्चे को खोया है वह दुखद लेकिन इसके लिए जिम्मेदार कौन है यह बहुत बड़ा सवाल है। उत्तर प्रदेश के समस्त निजी विद्यालय संगठन यह पुरजोर मांग करते है कि घटना की सत्यता की जांच की जाए और यदि संबंधित व्यक्ति दोषी है तो अवश्य उसके खिलाफ कार्यवाही की जाए अन्यथा की दशा में उसे तत्काल रिहा किया जाए।