
स्वर्ण हिण्डोला में बिहारी जी ने दिये दर्शन, भक्त हुए निहाल
मथुरा।हरियाली तीज पर शनिवार को सुप्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के आंगन में सुबह से ही स्वर्ण हिंडोला में ठा. बांकेबिहारी ने दर्शन दिए। वर्ष में एक बार होने वाले विशेष हिंडोला दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा है।डीएम और एसएसपी मंदिर परिसर के अंदर फोर्स के साथ श्रद्धालुओं को सकुशल दर्शन कराकर भीड़ नियंत्रण करते देखे गए।श्रावण मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि शनिवार प्रातः 7.45 बजे ठा. बांकेबिहारी मंदिर में गर्भ गृह से बाहर आंगन में सोने चांदी से जड़ित हिंडोले में ठा. बांकेबिहारी विराजमान हुए हरियाली तीज पर भगवान बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए बड़ी संख्यामें श्रद्धालु आते हैं। इसे देखते हुए समय में परिवर्तन किया गया है। बांके बिहारी के दर्शन सुबह के समय 7:45 बजे से दोपहर 2 बजे तक होंगे। वहीं शाम के समय 5 बजे से रात 11 बजे तक दर्शन होंगे। आम दिनों में मंदिर सुबह 7:45 बजे से 12 बजे तक और शाम को 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए हरियाली तीज पर मंदिर 12 घंटे 15 मिनट खुलेगा। वहीं आम दिनों की बात करें तो मंदिर 8 घंटे 15 मिनट ही खुलता है। आज मंदिर 4 घंटे ज्यादा खुला रहेगा। वृन्दावन आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के खास इंतजाम किए हैं। शहर के चप्पे-चप्पे पर भारी
देश-विदेश से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने प्रभु दर्शन किए। प्रभु की एक झलक पाने को भक्तों में होड़ सी मच गई। इस दिन ब्रज के मंदिरों में झूले में भगवान को विराजमान करने की परंपरा है। हरियाली तीज पर बाके बिहारी मंदिर को हरे कपड़े से सजाया गया है। इससे मंदिर हरियाली से भरा नजर आ रहा है। मान्यता है कि सावन में बारिश होने के कारण हर तरफ हरियाली होती है। द्वापर में भगवान कृष्ण ने हरियाली तीज के दिन राधा रानी के साथ झूले में विराजमान होकर झूले का आनंद लिया था। राजभोग की आरती के बाद गोस्वामियों ने हरियाली तीज पर हरे रंग की पोशाक एवं मुकट से लेकर सभी सोने, चांदी, हीरे, जवाहरात जड़े गहने धारण कराए। बांकेबिहारी की सेवा में चार गोपिया सेवा में रत हैं। स्वर्ण हिंडोले के पीछे प्रभु के विश्राम के लिए सुगंधित फूलों से सजी सुख सेज सजाई गई। इसके पास ठाकुरजी का चांदी से जड़ित पान बीडा, जलपात्र, पंखा और शीशा भी सेवा में रखा गया। इसके पीछे सेवायत आचार्यों का भाव है कि हिंडोले में झूलने के बाद भगवान इन
सभी वस्तुओं की सेवा लेंगे। सुखसेज पर विश्राम करेंगे। वर्ष में एकबार हरियाली तीज के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में भक्तजन सुबह से ही देर रात तक मंदिरों के आसपास जमे रहे। बांके बिहारी मंदिर के सेवायत मनोज गोस्वामी ने बताया कि बांकेबिहारी मंदिर में झूलनोत्सव हरियाली तीज के अवसर पर मनाया जा रहा हैय जिसमें जन-जन के आराध्य ठाकुर बांकेबिहारी महाराज सोने चांदी से बने हिंडोला में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे हैं। वर्ष में एक बार होने वाले इन विशेष दर्शन के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ठाकुरजी के दर्शनों का समय भी बढ़या गया है। ठाकुर जी छह घंटे सुबह और छह घंटे शाम को भक्तों को दर्शन देंगे।
भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए है। शासन स्तर से वृन्दावन में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पल- पल की जानकारी ले रहे है। नगर में वाहनों की एंट्री के सभी रास्ते बंद कर ट्रैफिक का रूट बदला गया है।