
बिना राजस्व विभाग को साथ लिए पैमाइश को पहुंची चकबंदी की टीम
वृंदावन । श्री धाम वृंदावन में आए दिन भूमि विवाद के मामले देखने व सुनने के लिए मिलते हैं। ऐसा एक मामला वृंदावन की रमनरेती चौकी के पास देखने को मिला। जहां चकबन्दी अधिकारी आगरा कैम्प मथुरा के द्वारा टीम लेकर नवीन गाटा सं. 196, 197 व 198 की पैमाइश हेतु पहुंचे। सबसे खास बात इस टीम के साथ न तो राजस्व टीम का कोई भी अधिकारी था और न ही नगर निगम का।चकबंदी अधिकारी बालकृष्ण पांडे ने बताया कि 28 दिसम्बर 2023 के द्वारा एक प्रार्थना पत्र महन्त ललिता शरण महाराज के द्वारा दिया गया था जिसमें उन्होंने कब्जा दिलाने के लिए अनुरोध किया था जिसको लेकर उस जगह पैमाइश हेतु टीम आई। वहीं दूसरे पक्ष देवकी देवी के प्रतिनिधि विजय कुमार राघव ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के साथ ही महंत ललिता शरण महाराज को उनकी जमीन का कब्जा दे दिया गया था। उनके द्वारा जगह पर कब्जा प्राप्त
होने का एक पत्र माननीय न्यायालय में भी भेजा गया था। लेकिन महंत जी और ज्यादा जमीन कब्जा करने के चक्कर में बार-बार प्रार्थना पत्र देते हैं और दोबारा से नाप करने के लिए निवेदन करते हैं लेकिन हमें आज तक हमारी जमीन नहीं
मिल पाई है। ना तो प्रशासनिक अधिकारी जगह दिलाने में कोई मदद कर रहे हैं। ना ही हमारी कोई सुनवाई हो रही है जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश सन 2018 में ही ललिता शरण को कब्जा करा दिया जा चुका है। यह केस निस्तारित किया जा चुका है परन्तु कुछ भू- माफियाओं ने महन्त ललिता शरण की आड़ लेकर ट्रस्ट बनाकर इस बेशकीमती भूमि को कब्जा किया जा रहा है जिसमें की चकबंदी विभाग भी समलित है।
निश्चित रूप से बिना राजस्व टीम एवं बिना नगर निगम की जानकारी के इस तरह की पैमाइश करना निश्चित रूप से दाल में काला नजर आता है।