
जिलाधिकारी ने सीवरेज सिस्टम और बारिश के पानी वाले नाले को यमुना में जाने सेरोके जाने के दिए निर्देश
मथुरा।जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में यमुना एक्शन प्लान के तहत सीवरेज सिस्टम और बारिश के पानी वाले नाले को यमुना जी में गिरने से रोके जाने के संबंध में बैठक हुई संपन्न। किसी भी दशा में यमुना में गंदा जल न जाएं। बारिश के पानी के लिए बने नालों का उनकी क्षमता के मुताबिक पूरा इस्तेमाल किया जाएगा। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग से ऐसे नालों की एजेंसी के आधार पर सूची सौंपने को कहा गया जो सीवर लाइनों से जुड़े हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन विभागों के पास ये दोषपूर्ण कनेक्शन वाले नाले हैं वे इसे अलग करने की समय सीमा के साथ अगली बैठक में शामिल करे। नए एक्शन प्लान के तहत एक मीटर से कम व्यास वाली सीवर लाइन में जमा गंदगी को सफाई कराई जाए। सीवर लाइन से गाद हटाने का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है।
नये एक्शन प्लान के साथ ही यमुना पर बने पुलों से कचरा फेंकने की रोकथाम की जाए। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यमुना से जुड़े सभी नालों की टैपिंग की जाए और विभिन्न कंपनियों से आ रहा प्रदूषण पानी को रोका जाए और अधिकारी कंपनियों के एसटीपी प्लांटों का निरीक्षण करें। आवश्यकतानुसार कार्यवाही अमल में लाए। किसी भी दशा में यमुना में गंदा पानी न बहे। यमुना को स्वच्छ बनाने में अपना अपना योगदान दें।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानंद पांडेय, औषधि प्रशासन गौरी शंकर, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भूदेव सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ विपिन कुमार, प्रदूषण, नगर निगम, मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण, पुलिस, सिंचाई आदि विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।