
जवाहर बाग मुक्त कराने वाले शहीदों का स्मरण
मथुरा । आताताइयों के कब्जे से जवाहर बाग को मुक्त कराने में शहीद हुए तत्कालीन एसपी सिटी और फरह के थानाध्यक्ष को आज पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई।
इस मौके पर शहीद मुकुल द्विवेदी की पत्नी अर्चना द्विवेदी भी मौजूद रहीं। पुलिस लाइन में दोनों शहीदों की स्मृति में अधिकारी और कर्मचारियों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। दो जून 2016 को लंबे समय से आताताइयों के कब्जे में रहे उद्यान विभाग के कीमती जवाहर बाग को मुक्त कराने से काफी समय तक शासन-प्रशासन और आताताइयों के बीच संघर्ष चलता रहा। लेकिन इस दिन तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और फरह के थाना अध्यक्ष
संतोष यादव ने इन आताताइयों को जवाहर बाग में प्रवेश कर खदेड़ डाला जिसमें डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। उस समय यह मामला राजनैतिक रूप से काफी सुर्खियों में था लेकिन आज आठ वर्ष बाद भी इसमें दोषी ठहराए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो सकी है। जिसे लेकर शहीद मुकुल द्विवेदी की पत्नी पूर्व में कई बार चिंता व्यक्त कर चुकी हैं।