
राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती
देश की एकता और अखंडता के लिए दिलाई गई शपथ:-
माथुर। बलदेव विकास खंड बलदेव के प्राथमिक विद्यालय मनोहरपुर में आज दिनांक 29 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में बड़े धूमधाम से मना कर सरदार पटेल को याद किया गया व उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ एकेडमिक रिसोर्स पर्सन डॉ जगदीश पाठक एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापक लोकेश शर्मा द्वारा लौह पुरुष बल्लभ भाई पटेल के छविचित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित करके किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के नन्हें मुन्ने छात्रों द्वारा देश भक्ति से प्रेरित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण व सरदार पटेल के जीवन से जुड़े विभिन्न पहलुओं का मंचन किया गया। राष्ट्रीय एकता दिवस पर उपस्थित शिक्षकों, अभिभावकों एवं छात्रों को देश की एकता और अखंडता के लिए शपथ दिलाई गई।
एकेडमिक रिसोर्स पर्सन डॉ जगदीश पाठक ने उपस्थित शिक्षकों, अभिभावकों एवं छात्रों को उत्प्रेरित करते हुए कहा कि सरदार पटेल को भारत को एकजुट करने वाले महान व्यक्तित्व के रूप मे उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
उन्होने कहा कि श्री पटेल ने महात्मा गांधी से प्रेरित होकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था और अपना पहला योगदान खेड़ा संघर्ष में दिया था, जब खेड़ा क्षेत्र सूखे की चपेट में था और वहां के किसानों ने अंग्रेज सरकार से कर में छूट देने की मांग की थी। जब अंग्रेज सरकार ने इस मांग को स्वीकार नहीं किया, तो सरदार पटेल, महात्मा गांधी और अन्य लोगों ने किसानों का नेतृत्व किया और उन्हें कर न देने के लिए प्ररित किया। अंत में सरकार को झुकना पड़ा और किसानों को कर में राहत दे दी गई।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक लोकेश शर्मा ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था जो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा आजाद भारत के पहले गृहमंत्री थे। स्वतंत्रता की लड़ाई में उनका महत्वपूर्ण योगदान था, जिसके कारण उन्हें भारत का लौह पुरुष कहा जाता है।
इस अवसर पर नीरज, विनेंद्र सिंह, पंकज कुमार, राजेंद्र प्रसाद गोला, यतेंद्र सिंह, रेखा, रेनू, लोकेश शर्मा आदि की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।