पोषाहार न मिलने से क्षुब्ध महिलाओं स्वयं सहायता समूह के खिलाफ किया प्रदर्शन

 

चौमुहां के गांव गांगरौली में आंगनबाड़ी के लाभार्थियों को नहीं मिल रहा पोषाहार

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही

चौमुहां । विकासखंड चौमुहां के गांव गांगरौली
में आंगनवाड़ी केंद्र पर बाल विकास योजना के अंतर्गत वितरण किए जाने वाले पोषाहार के लाभ से वंचित लाभार्थियों ने मोर्चा खोल दिया । मंगलवार को सैकड़ों पात्र महिलाओं ने एकत्रित होकर स्वयं सहायता समूह के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया । महिलाओं ने जिलाधिकारी से स्वयं सहायता समूह के खिलाफ कार्यवाही कराए जाने की मांग की है । भारती देवी,सुनीता,रजनी,नीरज देवी,सीमा, मधु,सपना,सुषमा,अनिता,प्रीति,कुशमा,संगीता, पूजा,मधु,लक्ष्मी देवी,ममता सहित सैकड़ों महिलाओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि बाल विकास योजना के अंतर्गत गर्भवती, धात्री महिलाओं ,कुपोषित बच्चों के अलावा 3 से 6 वर्ष के बच्चों को सरकार से मिलने वाले पुस्ट पोषाहार का वितरण सरकारी कागजों में हो रहा है । पोषाहार को ब्लैक में बेचा जा रहा है । विगत 6 माह से बाल पोषाहार सामग्री का स्वयं स्वयं सहायता समूह द्वारा वितरण नहीं किया गया है । ग्रामीण महिलाएं जब स्वयं सहायता समूह के पास पोषाहार लेने पहुचती है तो उनसे कह दिया जाता है पोषाहार ऊपर से मिल ही नहीं रहा है । आरोप लगाया पोषाहार लेने जाने वाले लाभार्थियों से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं दबंगई कर उनके साथ दुर्व्यवहार करती हैं । इसकी शिकायत बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं चौमुहां बीडीओ से की गई,लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई । 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों के अलावा गर्भवती व धात्री महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलता है । योजना में आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को भी शामिल किया गया है। जनवरी 2021 से पोषाहार के रूप में गेंहू ,चावल,दूध, देसी घी ,रिफाइंड, चना दाल, तेल के पैकेट वितरण किए गए । वितरण के लिए आंगनवाड़ी एवं स्वयं सहायता समूह को जिम्मेदारी दी गई । लेकिन लाभार्थियों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है । इस सम्बंध में एडीओ आइएसबी अजयपाल सिंह ने बताया कि बाल विकास विभाग द्वारा पात्रों की सूची के अनुसार स्वयं सहायता समूह को पोषाहार उपलब्ध नहीं कराया गया है कारणवश गांव में सभी पत्रों को पोषाहार नहीं मिल पा रहा है । जिसके चलते स्वयं सहायता समूह को पोषाहार वितरण करने में परेशानी आ रही है ।
बताते चले कि 9 नवम्बर से स्वयं सहायता समूह की महिलाए ड्राई राशन का वितरण कर रही हैं । जिसमें छह माह से तीन वर्ष की आयु के बच्चे को 1 किलो चावल, 1.5 किलो गेहूं, 750 ग्राम दालें, 450 ग्राम देसी घी, 400 ग्राम स्किम्ड दूध दिया जाएगा। 3 वर्ष से 6 वर्ष की आयु के बच्चों को 1 किलो चावल, 1.5 किलो गेहूं और स्किम्ड दूध 400 ग्राम दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं एवं स्कूल से बहार किशोरियां 11 वर्ष से 14 वर्ष तक को 1 किलो चावल, 2 किलो गेहूं, 750 ग्राम दालें, 450 ग्राम देसी घी, स्किम्ड दूध 750 ग्राम दिया जाएगा। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को 1.5 किलो चावल, 2.5 किलो गेहूं, 500 ग्राम दालें, 900 ग्राम देसी घी और 750 ग्राम स्किम्ड दूध दिया जाएगा। जो गुगल स्प्रेडशीट पर एफपीएस शॉप के सापेक्ष मैप किए गए प्रत्येक समूह की सूची आईसीडीएस को उपलब्ध करा दी गई है। आईसीडीएस द्वारा ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा मैप किए गए समूह को अपने आईटी पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है। वितरण से पूर्व आईसीडीएस के आईटी पोर्टल द्वारा कोटेदार से प्राप्त की जाने वाले गेहूं, चावल की मात्रा एंव सामग्री उठाने की तिथि एसएमएस के माध्यम से मैप किए गए समूह को सूचित किया जाएगा।

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