
किसान यूनियन द्वारा जगह-जगह रोकी गई रेल
मथुरा। केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों की वापसी ओर लखीमपुर खीरी मामले में मंत्री को पद से हटाने ओर गिरफ्तारी की मांग की लेकर संयुक्त किसान मोर्चा में सोमवार को देशभर में 10 से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन चलाने का आह्वान किया था।
बता दे कि विगत 11 माह से किसान आंदोलन जो दिल्ली के बोर्डरों पर चल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा सुनवाई ना होने के चलते ओर सरकार की आंखें खोलने हेतु संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देश के हर जिलों में रेल रोको कार्यक्रम किया गया। रेल रोको कार्यक्रम के तहत जनपद मथुरा में राया रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन को रोका गया। काफी देर तक ट्रेन रोके जाने से पैसेंजर को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस मौके पर मौजूद प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्धा सिंह प्रधान व गजेंद्र सिंह परिहार ने बताया के प्रदेश व केंद्र की गूंगी बहरी सरकार किसानों के हक व अधिकार के प्रति बेपरवाह है जो कुंभकरण की नींद में सोई हुई है। यात्रियों को होने वाले कष्ट के लिए खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने बताया कि यह सभी हमारे भाई हैं, हमारे ही परिवार के हिस्से हैं, हम इन्हें कष्ट पहुंचाना नहीं चाहते, लेकिन देश की रीड व अर्थव्यवस्था को चलाने वाला किसान है। आज सरकार को किसानों के हित और अधिकार के प्रति चिंता नही है। जहां एक तरफ सरकार किसान हितैषी होने का दावा करती है। वही किसानों का शोषण करती चली आ रही है। वही ललित शर्मा व जिला अध्यक्ष मथुरा देवेंद्र रघुवंशी ने दर्द बयां करते हुए बताया कि किसानों की हालत वर्तमान सरकारों ने बदतर कर रखी हैं। जहां जनपदों में डीएपी की किल्लत है वहीं NPK खाद की कीमत जो 1175 रुपये है लेकिन 15 अक्टूबर से उसे 1425 रुपये कर दिया गया है। जिसके चलते किसानों पर आर्थिक रूप से अत्यधिक बोझ पड़ रहा है। जब फसल कटाई का समय होता है तब एमएसपी का दावा कर किसानों की फसल को एमएसपी पर नहीं खरीदा जाता। इस सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। वर्तमान सरकार केवल किसानों को छलने का काम किया है। किसान आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको कार्यक्रम के तहत वर्तमान गूंगी बहरी सरकारों को किसान जगाने का काम कर रहा है। अगर किसान की आवाज सुनकर यह गूंगी बहरी सरकार नहीं जागी तो किसान इसी तरह किसान विरोधी सरकार का विरोध करता रहेगा, क्योंकि यह सच है किसान नहीं तो देश नहीं । आज किसान और देश दोनों को बचाने की जरूरत है। रेल रोको आंदोलन के चलते मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी महाबन, उप जिलाधिकारी माट एसपीआरए मथुरा, क्षेत्राधिकारी महावन, थाना अध्यक्ष बलदेव एलआईयू के लोग और बड़ी तादाद में पुलिस बल एवं पीएसी मौजूद रहे।
किसानों को ट्रेन के आगे से हटाने को लेकर पुलिस प्रशासन को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। बाद में यात्रियों की मुश्किलों को देखते हुए किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने रोकी गई ट्रेन को जाने दिया।
इस अवसर पर जगदीश परिहार, गजेंद्र गावर, तहसील अध्यक्ष महावन चंद्रभान सिंह, महिला प्रकोष्ठ से रानी देवी, ग्राम अध्यक्ष कडेरु सिंह नगला उदय सिंह, न्याय पंचायत अध्यक्ष हथकोली सुंदर काका, देवी सिंह परिहार, लाखन सिंह, नगर अध्यक्ष मथुरा पवन चतुर्वेदी, मुजाहिद कुरैशी, ब्लॉक अध्यक्ष बलदेव चुन्नीलाल गिल्ला परिहार, चंद्रवीर परिहार, गुड्डू भैया, रजत मुकेश, विपिन पाठक, ब्लॉक अध्यक्ष नौझील चुनमुन भैया, जिला संगठन मंत्री धीरी सिंह, ब्रजमोहन, रितेश,प्रदीप अग्रवाल, बलदेब अग्रबाल,सुनहरी लाल,राजबीर नेता, मानवेन्द्र सिंह, रामसरन, मुकेश चंद्र,नबरत्न सिंह, महेंद्र सिंह, रामवीर पहलवान जबरा, भरत सिंह, जगदीश, श्रीमती सुमन देवी, श्रीमती श्यामबती देवी, लौंग श्री, सफेदी देवी, सौनु, जगदीश चंद्र,लाखन सिंह,जय चौधरी, प्रेमवीर ,हरकेश,राजू,बिष्णु,किशन, महावीर सिंह, मनोज कुमार, महावीरी, हरवीर , नीरज, सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।