
यम की फांस से मुक्ति की चाह में भाई-बहन ने लगाई यमुना में डुबकी
कई सालों बाद मथुरा में दिखाई दिया भाई दूज पर्व पर अपार जन समूह
जिला जेल में बंद भाईयो के माथे पर टीका करने पहुंची बहने
मथुरा। यमद्वितीया पर्व को लेकर शनिवार सुबह से ही भाई बहिनों ने एक साथ यमुना में डुबकी लगाकर यम की फांस से मुक्ति के लिए प्रार्थना की तथा बहिनों ने भाईयों का टीका कर उनकी दीर्घायु की कामना की। कोरोना काल के बाद इस बार यमद्वितीया पर श्रद्धालुओं का सैलाब पिछले सालों की उपेक्षा अधिक रहा। जिसके चलते शहर में जगह-जगह जाम देखने को मिला। शहर में हर जगह बैरीकेटिंग के चलते श्रद्धालुओं को यमुना नदी में स्नान के लिए दूसरे रास्ते का प्रयोग करना पड़ा। जिसके चलते श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पौराणिक मान्यता के अनुसार हजारों वर्ष पूर्व सूर्यपुत्र यमराज सूर्यपुत्री यमुना मैया ने भाई यमराज को घर बुलाया था, बहन ने भाई की खूब खातिरदारी की, बहन की खातिरदारी से भाई यमराज प्रसन्न हो गए और कोई एक वरदान मांगने को कहा। तो बहन यमुना जी ने भाई से कहा कि मेरे पास तो सब कुछ है, कृष्ण की पटरानी हूं, मेरे स्वामी संसार को सब कुछ देने वाले हैं, कोई भला मुझे क्या कुछ दे सकता है। भाई यमराज ने अपनी बहन से कुछ भी मांगने को कहा तो बहन ने पूछा कि आप के प्रकोप से लोगों को मुक्ति कैसे मिलेगी। यमराज ने कहा कि शुक्ल पक्ष के दूज के दिन जो भी भाई-बहन विश्राम घाट पर आकर स्नान करेंगे, उसे मेरे प्रकोप से मुक्ति मिल जाएगी और सीधा बैकुंठ में वास करेंगे। यमराज और यमुना जी ने विश्राम घाट पर एक साथ स्नान किया। प्राचीन काल का मंदिर आज भी स्थापित है। इस स्नान को जमजतिया स्नान भी कहा जाता है तथा इसी दिन यमराज की पूजा भी होती है।
कई वर्ष बाद यम द्वितीया के पवित्र पर्व पर शनिवार को मथुरा में बहुत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही है। सभी यमुना के घाटों पर बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ भाई-बहन नरक की फांस से मुक्ति की चाह में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ कमाया। नगर निगम के कर्मचारी निरंतर सफाई व्यवस्था को अंजाम दे रहे हैं वही पीएसी के गोताखोर यमुना जी के अंदर स्ट्रीमर से लोगो को गहरे पानी में आने से रोकते देखे गए हालांकि नगर निगम ने बल्ली लगाकर श्रद्धालुओं को निश्चित स्थान के आगे स्नान करने से रोक दिया है। घाट के नारे सभी प्रकार के दुकानदारों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में भीड़ कई वर्ष बाद मथुरा में नजर आई है। कई स्थानों पर लोगों ने खिचड़ी और पूड़ी सब्जी के भंडारा भी लगाए हैं। प्रमुख घाट विश्राम घाट पर तो रात्रि 2ः30 बजे हुई आरती के पश्चात प्रातः काल 3ः00 बजे से ही स्नान प्रारंभ हो गया। दोपहर तक वहां तिल रखने की जगह तक नहीं दिखाई दे रही थी। ब्रज में यम द्वितीया पर भाई-बहन के अटूट प्रेम यमुना के घाटों पर देखने को मिला है। वही जिला कारागार में भाई की एक झलक पाने को बहनों की लंबी लाइन लगी रही। कहते है भैया दूज के दिन भाई-बहन यमुना में साथ स्नान करें तो यम की फांस से मुक्त हो जाते हैं। अकाल मृत्यु नहीं होती है। इसी श्रद्धा भाव के साथ बृज के ऐतिहासिक विश्राम घाट पर यमुना स्नान के लिए आस्था का सैलाब देर रात से उमड़ पड़ा है।
शनिवार को ब्रह्म मुहूर्त से ही यमुना स्नान शुरू हो गया। यम की फांस से मुक्ति पाने की कामना लेकर गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सहित देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए। इसके अलावा स्थानीय नागरिकों ने भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ भाई दूज का पर्व मनाया। छोटे छोटे भाई बहनों में तिलक कर गिफ्ट देने की होड़ लगी रही। शनिवार को सुबह से ही विश्राम घाट पर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर, मेयर मुकेश आर्य बंधु, नगर आयुक्त अनुनय झा एस पी सिटी एम पी सिंह नगर मजिस्ट्रेट जे एल श्रीवास्तव आदि अधिकारी हर गतिविधियों पर नजर रखी। यमुना घाट पर सीसीटीवी ड्रोन कैमरा से सुरक्षा की जा रही है। इसके अलावा महानगर के प्रमुख चौराहे पर भारी पुलिस फोर्स के साथ जांच के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। इसके अलावा सादा वर्दी में पुलिस टीम लगी हुई है।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने बताया कि भाई बहन का पर्व यम द्वितीया पर यमुना के घाटों पर शांतिपूर्ण तरीके से स्नान किया है। एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि यमुना के घाटों पर पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है इसके अलावा गोताखोर और रिवर पुलिस हर पल स्ट्रीमर से पेट्रोलिंग कर रही है। इसके अलावा जिला कारागार में प्रातः से ही भाई की एक झलक देखने को बहन परेशान है दूरदराज से आए बहन लाइन में लगकर भाई के माथे पर तिलक करने को इंतजार कर रही है जिला कारागार प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी पहले से पूर्ण कर ली थी।