कृषि में बेहतर उत्पादन व उत्कृष्ट कार्य करने वाले 32 किसानों को किया गया सम्मानित

 

कृषि विज्ञान केन्द्र गोपाल ग्राम में पूर्व प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर डीएम ने कृषि मेले व गोष्ठी का दीप प्रज्वलित कर किया शुभारम्भ’

 

मथुरा। देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर उप कृषि निदेशक कार्यालय परिसर में विशाल कृषि मेले एवं गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें, मेले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, विशिष्ट महिला कृषक सहित 32 किसानों को प्रशस्ति पत्र एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।

जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने फीता काटकर तथा दीप प्रज्वलित करके मेले का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के औपचारिक शुभारम्भ के पहले जिलाधिकारी ने पूर्व प्रधानमंत्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने विभिन्न विभागो, कृषि उद्यान, गन्ना, मत्स्य सहित अन्य विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन कर जानकारी ली।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि देश एवं प्रदेश के विकास का रास्ता गॉव के पगडंडियों से हो कर जाता है इस लिए गॉव का किसान खुशहाल होगा, तो देश प्रदेश के साथ हमारा समाज भी खुशहाल होगा। किसानों के उत्थान से सम्बंधित जुडे विभागीय अधिकारी किसानो को सरकार द्वारा प्रद्त्त सभी सुविधाएं समय से उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें सब्जी, बागवानी, ड्रैगन फ्रूट एवं मशरूम की खेती के लिए प्रशिक्षित कर उनसे जोडें, ताकि वे अपनी खेती में बेहतर उत्पादन कर के अपनी आमदनी बढ़ा सके और वे आर्थिक रूप से समृद्धि हो सके।

जिन किसान भाईयों ने रबी खरीफ की फसलों, मत्स्य पालन, सब्जी फूल एवं पशुपालन कर दुग्ध उत्पादन में बेहतर प्रदर्शन किया है निश्चित ही वे बधाई के पात्र हैं। ऐसे ही अन्य जिले के किसान भाईयों को इन से सीख लेकर बेहतर प्रदर्शन करें ताकि जनपद का नाम रोशन हो सके। उन्होने कहा कि देश एवं प्रदेश की सरकार किसानों की आमदनी दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए किसान भाई परम्परागत खेती त्याग कर आधुनिक एवं वैज्ञानिक विधि से खेती करें ताकि वे अधिक पैदावार करके अपनी आमदनी भी बढ़ा सके।

उप निदेशक कृषि अश्विनी कुमार सिंह ने कहा कि सम्पूर्ण अर्थ व्यवस्था किसानों के वजह से ही चल रही है, सरकार किसानों के उत्थान के लिए निरन्तर तमाम योजनाओं का संचालन कर उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। किसानों को अपनी परम्परागत खेती त्याग कर दलहन, तिलहन खेती की ओर आगे बढ़ना होगा तथा आधुनिक एवं वैज्ञानिक विधि के मुताबिक खेती की तरफ विशेष ध्यान देना होगा ताकि वे अपने खेतों में अधिक अन्न का उत्पादन कर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकें। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, मत्स्य, लघु सिंचाई, पशुपालन सहित विभिन्न विभागांं के स्टाल भी लगाये गये। कृषि गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को तिलहनी फसलों के उत्कृष्ट उत्पादन के बारे में तकनीकी जानकारियां दी गईं।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 नितिन गौड़, उप कृषि निदेशक शोध आगरा मण्डल आगरा डॉ0 तेजवीर सिंह तेवतिया, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 संतोष कुमार मिश्रा, डॉ0 वाई के शर्मा, डॉ0 रविन्द्र कुमार राजपूत सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी गण एवं किसान उपस्थित रहे।

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