
विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी अधिकारी समन्वय से कार्य करें : जिलाधिकारी
जनता से जुड़ी समस्याओं का निदान समय से पूरा करें
गौआश्रय स्थलों में चारे एवं पानी का निरीक्षण निरंतर करें
नई गौशालाओं के निर्माण पर जोर दें
सभी अधिकारी अपने दायित्व के प्रति गंभीर रहें
मथुरा। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री के प्राथमिकता वाले 37 बिन्दुओं पर विकास कार्यों एवं 50 लाख रू0 के लागत के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये है कि सभी विभाग अपने कार्यों में आपसी सामन्जस्य बनाकर तेजी लायें। उन्होंने कहा कि किये गये विकास कार्यों में पारदर्शिता एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये।
उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुसार जनता से जुड़ी हुई सभी समस्याओं का निदान समयबद्ध तरीके से किया जाये। सभी विभाग आईजीआरएस एवं अन्य शिकायती पोर्टलों एवं प्राप्त होने वाली शिकायती पत्रों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण करें। यदि किसी विभाग की शिकायत डिफॉल्टर में पाई गई तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
श्री चहल ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि वह अपने चिकित्सकों के माध्यम से गौशालाओं में जाकर गौवंश स्वास्थ्य का निरीक्षण करें एवं टीकाकरण की कार्यवाही भी करते रहें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गौशालाओं में चारे एवं पानी की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। जिसके लिए नोडल अधिकारी एवं पशु चिकित्सा अपनी निरीक्षण रिपोर्ट में ब्यौरा दें। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए नई गौशाला निर्माण में और अधिक तेजी लाई जाये। उन्होंने कहा कि पशुओं हेतु जगह-जगह पर पानी की व्यवस्था की जाये।
जिलाधिकारी ने विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा की, जिसमें बताया गया कि जिला कारागार के चार बैरकों का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जल निगम की नौ योजनाओं में से छः का कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा शेष तीन पर कार्य चल रहा है। मथुरा पुर्नगठन पेयजल योजना के पार्ट-1 में 11238 पानी के कनेक्शन दिये गये हैं। पार्ट-2 के अन्तर्गत 15843 घरों को पानी के कनेक्शन देकर गंगाजल की आपूर्ति की जायेगी। राजकीय निर्माण विभाग ने बताया कि नगला चन्द्रभान में महिला महाविद्यालय का निर्माण किया जा चुका है। फरह में जीजीआईसी का कार्य भी मई तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
श्री चहल को लघु सिंचाई विभाग ने अवगत कराया कि उथले नलकूप योजना के अन्तर्गत गतवर्ष के लक्ष्य 696 बोरिंगों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि मीडिएम बोरिंग का लक्ष्य 52 में से 51 का कार्य पूर्ण हो चुका है। लोक निर्माण विभाग की तीन सड़कों पर वन विभाग से एनओसी, विद्युल पोल हटाने की कार्यवाही के संबंध में उन्होंने निर्देश दिये कि मुख्य विकास अधिकारी उक्त तीनों विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय करके सड़क निर्माण कार्यों में तेजी लायें।
मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 नितिन गौड़ ने निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के माध्यम से सभी तालाबों की खुदाई कराई जाये एवं उनको आकर्षित बनाने के लिए कार्य किये जायें। उन्होंने कहा कि चारागाह स्थलों पर गौशाला एवं गौवंश के लिए चारा उगाने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने कौशल विकास पर जोर देते हुए कहा कि अधिकाधिक संख्या में नौजवानों को प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाये।
बैठक में सीएमओ डॉ0 अजय कुमार वर्मा, पीडी बलराम कुमार, डीडीओ सुधा कुमारी, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण संसवीर सिंह, डीएफओ सहित विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।