भगवान श्रीकृष्ण की लीला भूमि है श्रीधाम वृन्दावन : आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज

 

 

वृन्दावन।रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में द भागवत मिशन फाउंडेशन के तत्वावधान में चल रहे अष्टदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं गुरु पूर्णिमा महोत्सव के समापन पर विश्वविख्यात भागवत रत्न आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज का जन्म महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ मनाया गया।महोत्सव के अंतर्गत देश-विदेश के कोने-कोने से आए असंख्य भक्त-श्रृद्धालुओं ने महाराजश्री का पूजन-अर्चन कर उन्हें अनन्त शुभकामनाएं एवं बधाइयां दीं।

इस अवसर पर आयोजित सरस भजन संध्या में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत प्रवक्ता आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी महाराज ने अपनी सुमधुर वाणी में बांके बिहारी और श्रीराधा रानी की महिमा से ओतप्रोत भजनों का गायन कर सभी श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। चहुओर बांके बिहारी महाराज की जयकार की ध्वनि गूंज रही थी।आचार्य गौरव कृष्ण गोस्वामी महाराज की वाणी से गाए हुए भजनों में “किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए” एवं “बिहारी ब्रज में घर मेरा बसा दोगे तो क्या होगा।” को सबसे अधिक पसंद किया गया।

आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने सभी भक्तों – श्रृद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि श्रीधाम वृन्दावन भगवान श्रीकृष्ण और उनकी आल्हादिनी शक्ति श्रीराधा रानी की लीला भूमि है।वे आज भी यहां के कण-कण में विद्यमान हैं।यहां आने के लिए देवगण भी लालायित रहते हैं।।आप सभी अति बड़भागी हैं, जो आपको श्रीधाम वृन्दावन आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।

इस अवसर पर आयोजन के मुख्य यजमान मुरलीधर अग्रवाल,श्रीमती मीना अग्रवाल (बडविल, उड़ीसा) वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी,प्रमुख धर्माचार्य कार्ष्णि नागेन्द्र महाराज, दासबिहारी अग्रवाल, पंडित शिवनारायण मिश्रा, आचार्य किशोर कुमार शर्मा, आचार्य प्रमोद मिश्रा (राजा पंडित),आचार्य उमाशंकर शुक्ला, आचार्य नेत्रपाल शास्त्री, डॉ. राधाकांत शर्मा,अमित पाठक आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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