
मकर संक्रांति पर्व पर हुआ हवन-यज्ञ व खिचडी प्रसादी वितरण
आरएसएस के छः उत्सवों में से एक है मकर संक्रांति का उत्सव : किशन चौधरी
मथुरा। केएम विश्वविद्यालय में मकर संक्रांति पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष एवं विवि के कुलाधिपति किशन चौधरी ने हवन यज्ञ करके मकर संक्रांति पर्व की शुरूआत कर मकर संक्रांति पर्व राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाने का संकल्प लिया।
केएम विश्वविद्यालय के लैक्चर थियरेटर थ्री में मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी ने कहा कि मकर संक्रांति का उत्सव संघ के छः उत्सवों में से एक है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में इसे प्रमुख रूप से मनाया जाता है, आज केएम विश्वविद्यालय में यह कार्यक्रम मनाया जा रहा है। वैसे तो भारत में हर दिन त्यौहारों है और हर दिन का महत्व है लेकिन मकर संक्रांति का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान सूर्यनारायण मकर राशि में प्रवेश करते है तथा दक्षिणायन समाप्त होकर उत्तरायण प्रारंभ होता है। यह दिन समाज को अज्ञान रूपी अंधकार से प्रकाश रुपी ज्ञान की ओर, हीनता से श्रेष्ठता की ओर, क्षुर्द्ता से गौरव की ओर, निराशा से आशा की ओर तथा अवगुणों का नाश कर सद्गुणों की ओर जाने की प्रेरणा देता है।
आरएसएस के विभाग प्रचारक अरूण ने कहा क्रांति का अर्थ है आमूल परिवर्तन। अन्य समाजो में क्रांतिया हुई है, किन्तु वे सभी वैमनस्य उत्पन्न करने वाली हुई उनका परिणाम समाज जीवन के पतन के रूप में सामने आया। हमारे देश में जो क्रांतियां हुई वे समाज जीवन को बलशाली करने वाली हुई। उदाहरण श्रीराम, श्रीकृष्ण, चाणक्य द्वारा महापद्मनंद का नाश व चंद्रगुप्त को आगे लाया जाना, छत्रपति शिवाजी द्वारा हिंदू पदपादशाही की स्थापना आदि ऐसे उदाहरण है, ये सभी संक्रांतियां थी।कार्यक्रम का समापन खिचडी और प्रसादी वितरण के साथ हुआ।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विश्वविद्यालय के कुलपति डा. डीडी गुप्ता, रजिस्टार पूरन सिंह, मेडीकल प्राचार्य डा. पीएन भिसे, मेडीकल एडीशनल सुपरिडेंट डा. आरपी गुप्ता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जनपद शारीरिक प्रमुख शिव कुमार, शारीरिक विभाग के सह विभाग प्रमुख ब्रजेश प्रताप सिंह, विभाग प्रवक्ता प्रदीप अग्रवाल सहित मेडीकल छात्र मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन दोपहर विवि के खेल मैदान में आयोजित खिचड़ी व प्रसादी वितरण के साथ हुआ जिसमें बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं मेडीकल छात्र-छात्राएं पीजी डाक्टर, हॉस्पिटल चिकित्सक तथा हॉस्पिटल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।